एमपी में विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां जोरों पर है….पार्टियां अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर रही हैं…सबसे पहले बीएसपी ने सात उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की…उसके बाद बीजेपी ने 39 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर कांग्रेस पर एक तरह से बढ़त बना ली..तो वही समाजवादी पार्टी ने भी चार उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है… सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निजी सचिव गंगाराम ने उम्मीदवारों के नामों की पहली सूची जारी कर दी। बता दें कि जिन विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं, वो सभी सीटें उत्तर प्रदेश से सटी हुई हैं और इन विधानसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी संभावनाएं देख रही है।
माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी के निर्देशानुसार मध्य प्रदेश में होने वाले सामान्य निर्वाचन के लिए निम्नलिखित प्रत्याशियों की सूची घोषित की जाती है। pic.twitter.com/KC0kIuOwit
— Samajwadi Party Madhya Pradesh (@MPSamajwadi) August 23, 2023
निवाड़ी विधानसभा सीट से पूर्व विधायक मीरा दीपक यादव को टिकट मिला है , छतरपुर के राजनगर से बृजगोपाल पटेल उर्फ बबलू पटेल को टिकट मिला है , वहीँ दतिया की भांडेर विधानसभा सीट से रिटायर्ड जिला जज आरडी राहुल (अहिरवार) और भिंड की मेहगांव विधानसभा सीट से डॉ. बृजकिशोर सिंह गुर्जर को मैदान में उतारा गया है । विधानसभा चुनावों में भले ही अभी तीन महीने का समय बचा है लेकिन सभी राजनैतिक पार्टियां 2023 के चुनाव में जी जान लगा रही है।
समाजवादी पार्टी की निगाहें मध्यप्रदेश पर
वही दूसरे राज्यों में पांव पसार रही समाजवादी पार्टी की निगाहें मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव पर तो थी ही लेकिन अब टिकट जारी करके ये तय हो गया है की पार्टी मध्यप्रदेश में जनाधार बढ़ाने की कोशिश में है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस व भाजपा के बीच कांटे की टक्कर है । केंद्र में बीजेपी के सामने लोकसभा चुनाव में INDIA गठबंधन की सरकार है ,तो वहीं सपा का मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अ कि बुंदेलखंड से लगे मध्य प्रदेश के इलाकों में पार्टी पहले अपना प्रभा बढ़ाए। वहीँ अगर सपा के पहले चुनावी अनुभव के बारे में बात करे जो उसे मध्यप्रदेश में मिला है ,,तो समाजवादी पार्टी की नींव रखने वाले मुलायम सिंह यादव के वक्त,, 2003 में सपा ने विधानसभा की 161 सीटें लड़कर कर सात सीटें जीतों पर जीत दर्ज कर ली थीं वहीँ कुछ सालों बाद, साल 2018 के विधानसभा चुनाव में सपा ने खजुराहो से चुनावी बिगुल फूंका था लेकिन नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे थे । उसे सिर्फ एक सीट मिली थी। लेकिन इस बार पार्टी बेहतर रणनीति के साथ मैदान में उतरी है, बस अब 2023 के विधानसभा चुनाव में ये देखना होगा की पार्टी की तैयारियों में कितना दम है।