सिंधिया परिवार के राजनीति में मौजूद सभी सदस्यों के लिए यह विधानसभा चुनाव बहुत मुश्किल की घड़ी बन गया है। केद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, जहां ग्वालियर-चंबल संभाग में अपने समर्थकों के लगातार साथ छोड़ने से परेशान हैं, तो उनकी एक बुआ वसुंधरा राजे सिंधिया राजस्थान में अपने सियासी वजूद की लड़ाई लड़ रही हैं।मुश्किल इन दोनों की ही नहीं है। सिंधिया परिवार की एक और बेटी यशोधरा राजे सिंधिया भी इस चुनाव में मुसीबतों से दो-चार हो रही हैंं। यशोधरा राजे सिंधिया, शिवपुरी से विधायक हैं। ऐसा माना जा रहा है कि कोलारस से विधायक और बीजेपी से हाल ही में इस्तीफा देने वाले वीरेंद्र रघुवंशी शिवपुरी से चुनाव लड़ सकते हैं। यशोधरा राजे सिंधिया के सामने वीरेंद्र रघुवंशी के उतरने से यहां का चुनाव बहुत पेचीदा हो सकता है। वीरेंद्र रघुवंशी का शिवपुरी समेत आस-पास के इलाकों में अच्छा प्रभाव माना जाता है। जबसे उन्होंने इस्तीफे की घोषणा की है, तब से लगातार शिवपुरी स्थित उनके निवास पर समर्थकों का जमावड़ा लगा है। जिनमें शिवपुरी और कोलारस विधानसभा के लोग शामिल हैं। दोनों ही क्षेत्र के लोग उनके निवास पर आकर उनसे मोर्चे पर डटे रहने की बात कह रहे हैं…।
रघुवंशी को मिला समर्थकों का साथ
ज़्यादातर समर्थकों का कहना है कि वह विधायक वीरेंद्र रघुवंशी के साथ हैं। इन समर्थकों का कहना है कि रघुवंशी किसी भी पार्टी में जाएंगे, वो उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनका साथ देंगे। बावजूद इसके विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। उनके समर्थकों का एक बड़ा धड़ा उनसे मांग कर रहा है कि वो शिवपुरी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ें। विधायक वीरेंद्र रघुवंशी का कहना है कि वो इस बारे में निर्णय अपने समर्थकों से चर्चा करने के बाद बताएंगे। उनका कहना है कि जो उनके समर्थक कहेंगे, वो उसी हिसाब से फैसला करेंगे।
कांग्रेस देगी शिवपुरी से टिकट !
ज्योतिरादित्य सिंधिया पर आरोप लगाकर बीजेपी छोड़ने वाले विधायक वीरेंद्र रघुवंशी के बारे में ऐसा बताया जा रहा है कि वो शिवपुरी विधानसभा से चुनाव लड़ने के लिए भी तैयारी हो सकते हैं। मौजूदा वक्त में इस सीट पर सिंधिया परिवार का कब्जा है। यहां से ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ यशोधरा राजे सिंधिया जीतती आ रही हैं।रघुवंशी के समर्थकों का कहना है कि हमें महल को हराना है। समर्थकों का आरोप है कि शिवपुरी में कोई भी विकास का काम नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं की रघुवंशी से चर्चा हो चुकी है। सूत्रों ने बताया है कि वो शिवपुरी विधानसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार हो सकते हैं ,क्योंकि पहले भी वह इस सीट पर एक बार विधायक रह चुके हैं। कांग्रेस, शिवपुरी से दो बार उन्हें अपना उम्मीदवार बना चुकी है। एक बार साल 2007 में हुए उप चुनाव के दौरान और दूसरी बार 2008 के मुख्य चुनाव के दौरान कांग्रेस ने उन्हें टिकट दिया था। आपको बता दें, बीजेपी से पहले रघुवंशी का ज़्यादातर राजनीतिक जीवन कांग्रेस में ही गुजरा है। अगर वीरेंद्र रघुवंशी शिवपुरी से मैदान में उतरते हैं, तो इसे यशोधरा राजे सिंधिया की दिक्कतों में इजाफा होना तय है।