मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का शोर थम गया अब जनता को तय करना है कि वो किसके साथ है। प्रदेश में मतदान के लिए अब महज 2 दिन ही शेष बचे हैं। बीते एक महीने से मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार जारी था बीजेपी-कांग्रेस सहित अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टियों के प्रत्याशियों के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाते हुए जबरदस्त प्रचार किया है। नेताओं ने एक दूसरे पर खूब वार-पलटवार किये हैं सभी ने अपनी-अपनी पार्टी के घोषणा पत्र जारी कर जनता से कईं वादें भी किये हैं। अब अगले कुछ घंटों तक उम्मीदवार डोर टू डोर ही प्रचार-प्रसार कर सकेंगे।
एमपी विधानसभा चुनाव के लिए 9 अक्टूबर से आदर्श आचार संहिता लगी
जिसके बाद जनता अंतिम फैसला करेगी। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 9 अक्टूबर से आदर्श आचार संहिता लगी थी। आदर्श आचार संहिता के बाद से राजनीतिक पार्टियों के घोषित उम्मीदवारों ने अपनी-अपनी जीत के लिए जोरदार प्रचार-प्रसार किया है। अब 17 नवंबर को सुबह से मतदान की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों के लिए एक फेज में ही मतदान होगा। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में 5 करोड़ 61 लाख 36 हजार 2,29 मतदाता अपने वोट का इस्तेमाल करेंगे।
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पुरुष मतदाता 2 करोड़ 88 लाख 25 हजार 607 हैं
जिसमें पुरुष मतदाता 2 करोड़ 88 लाख 25 हजार 607 हैं तो महिला मतदाता 2 करोड़ 72 लाख 33 हजार 945 हैं थर्ड जेंडर मतदाताओं की तादाद 1,373, जबकि 75 हजार 304 पोस्टल बैलेट हैं। इस चुनाव में पहली बार मतदान करने वाले युवा मतदाता जिनकी उम्र 18 से19 साल है। उनकी संख्या 22 लाख 36 हजार 564 है चुनाव आयोग ने सुरक्षा के मद्देनज़र कड़े इंतजाम किये हैं प्रदेश तक भी आप सभी से गुजारिश करता है कि अपने भविष्य के लिए 17 नवंबर को मतदान जरूर करें सोच समझकर 5 साल में एक बार मिलने वाले मौके का लाभ ज़रूर उठाएं।