25 vs 21: नए संसद भवन के उद्घाटन पर छिड़ी जंग में 25 दल PM मोदी के साथ और ये 21 इनके खिलाफ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार यानि 28 मई को देश के नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। जिसकी घोषणा पहले ही की जा चुकी है। मगर कई विपक्षी पार्टियों ने इस उद्घाटन समारोह से दूरी बना ली है। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी जैसे कुछ अन्य दलों का कहना है की संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति महोदय से कराया जाना चाहिए, ना कि प्रधानमंत्री से।
विपक्ष ने लगाए ये आरोप
मगर भाजपा सरकार ने विपक्षी पार्टियों की इन बातों को नजर अंदाज कर दिया। और संसद भवन का उद्घाटन स्वयं प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया जाएगा। विपक्ष का आरोप है कि एक आदमी के अहंकार और आत्म-प्रचार की इच्छा ने पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति को परिसर के उद्घाटन के संवैधानिक विशेषाधिकार से वंचित कर दिया है। और अब तो उन्हें इस समारोह में आमंत्रित तक नहीं किया गया। यह देश का, देशवासियों का और संविधान का अपमान है।
25 vs 21: नए संसद भवन के उद्घाटन पर छिड़ी जंग में 25 दल PM मोदी के साथ और ये 21 इनके खिलाफ

21 दल इस समारोह का बहिष्कार करेंगे
इसलिए हम 21 दल इस समारोह का बहिष्कार करेंगे। वहीं बीजेपी ने विपक्ष के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा इन दलों ने और खासतौर पर कांग्रेस ने उद्घाटन का बहिष्कार करने का फैसला केवल इसलिए किया है, क्योंकि इसका निर्माण प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर किया गया है। आपको बता दें करीब 21 राजनैतिक दलों ने समारोह से दूर रहने का फैसला किया है। वहीं, 25 ऐसे दल हैं जो सरकार के साथ हैं,
25 vs 21: नए संसद भवन के उद्घाटन पर छिड़ी जंग में 25 दल PM मोदी के साथ और ये 21 इनके खिलाफ
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ये है मोदी सरकार के समर्थक और विरोधी दल
जिनमे बीजेपी समेत NDA यानि सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के 18 घटक दलों के साथ ही 7 गैर-राजग दल समारोह में शामिल होंगे। इनमें बसपा, अकाली दल, जनता दल, TDP यानि तेलुगू देशम पार्टी आदि शामिल है। वहीँ अगर विरोधी दलों की बात करें तो कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, एनसीपी, शिवसेना (उद्वव गुट), डीएमके, जेडीयू, आरजेडी, मुस्लिम लीग, झारखंड मुक्ति मोर्चा, आरसीपी, आरएलडी, एमडीएमके।