Indore News: स्कूलों की मरम्मत के काम में 60 लाख रुपये का घोटाला करने के आरोप में स्कूल शिक्षा विभाग के दो अधिकारियों पर शिकंजा कस गया है। मामला सामने आने के बाद संभागीय आयुक्त ने दोनों अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। अब अधिकारियों के जवाब के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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126 स्कूलों में होना था मरम्मत कार्य
जिले के 126 स्कूलों में 2022 में मरम्मत कार्य कराया जाना था। इस कार्य में उस समय के जिला शिक्षा अधिकारी मंगलेश व्यास और अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक नरेंद्र जैन ने 110 स्कूलों में मरम्मत कार्य कराया। जांच रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2022 से मार्च 2023 के बीच 80 स्कूलों में किए गए कार्य का आकलन से अधिक 60 लाख रुपये का भुगतान किया गया।
अक्टूबर 2023 में हुआ चार्जशीट जारी
व्यास और जैन के खिलाफ अक्टूबर 2023 में चार्जशीट जारी की गई थी। इसके बाद दिसंबर 2023 में विभागीय जांच के आदेश दिए गए। पिछले महीने 24 सितंबर को जांच अधिकारी जिला पंचायत सीईओ सिद्धार्थ जैन ने जांच रिपोर्ट संभागीय आयुक्त कार्यालय को सौंपी। इसके बाद संभागीय आयुक्त दीपक सिंह ने दोनों अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
आगे की कार्रवाई की तैयारी
संभागीय आयुक्त दीपक सिंह ने दोनों अधिकारियों से जवाब तलब किया है। इसके बाद उनके जवाबों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। यदि दोष सिद्ध होता है तो दोनों अधिकारियों पर सख्त विभागीय कार्रवाई हो सकती है।
शिक्षा विभाग की साख पर असर
इस घोटाले ने शिक्षा विभाग की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकारी स्कूलों में मरम्मत कार्य जैसे महत्वपूर्ण कामों में घोटाला सामने आना, विभाग की पारदर्शिता और ईमानदारी पर प्रश्नचिह्न लगाता है। अब देखना होगा कि इस घोटाले में दोषी अधिकारियों पर क्या कार्रवाई की जाती है और विभाग अपनी छवि को कैसे सुधारता है।