दुनिया की सबसे महंगी गाय के बारे में जानकरी देने जा रहे हैं, आपको हैरानी जरूर होगी लेकिन यह सच है कि इस गाय का सीधा संबंध भारत से है। गाय को भारत में विशेष सम्मान दिया जाता है, और यह कई परिवारों का महत्वपूर्ण हिस्सा होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया की सबसे कीमती गाय कौन सी है और इसकी खासियतें क्या हैं?
यह भी पढ़िए :- Welcome In Madhya pradesh: MP के इन 10 सीमावर्ती जिलों में बनेगे भव्य स्वागत द्वार, देंगे संस्कृति का परिचय
नेलोर नस्ल की गाय
दुनिया की सबसे महंगी गाय ब्राजील में पाई जाती है, और इसका नाम “वियातिना-19 FIV मारा इमोवेइस” है। यह गाय नेलोर नस्ल की है, जिसे मूल रूप से आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले से ब्राजील भेजा गया था। हाल ही में, इस गाय को ब्राजील में लगभग 4.3 मिलियन डॉलर में बेचा गया था, जो भारतीय रुपये में लगभग 35 करोड़ रुपये के बराबर है। यह गाय करीब साढ़े चार साल की है और इसे इसकी विशेषताओं के कारण इतनी ऊँची कीमत पर बेचा गया।
नेलोर नस्ल का इतिहास और खासियत
नेलोर नस्ल की गायें मूल रूप से भारत के नेल्लोर जिले से उत्पन्न हुई हैं। 19वीं सदी में, इस नस्ल को ब्राजील में भेजा गया, जहाँ इसे सफलतापूर्वक पाला गया और यह नस्ल अब वहाँ व्यापक रूप से फैली हुई है। नेलोर गायों की सबसे बड़ी विशेषता उनकी उच्च अनुकूलन क्षमता और मजबूती है। ये गायें कठोर जलवायु में भी आराम से ढल जाती हैं और अच्छी मात्रा में दूध देती हैं।
नेलोर गायों का सफेद रंग का फर सूर्य के प्रकाश को परावर्तित करता है, जिससे वे गर्मी से बची रहती हैं। इसके अलावा, इनकी त्वचा कठोर होती है, जिससे कीड़े-मकौड़े इन्हें परेशान नहीं कर पाते। इनकी प्रतिरोधक क्षमता भी बेहद मजबूत होती है, जो इन्हें बीमारियों से बचाती है।
यह भी पढ़िए :- EPFO की तरफ से कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर,क्लेम सेटलमेंट को लेकर दे दिया बड़ा अपडेट, पेंशनर्स को भी मिलेगा फायदा
दुनिया भर में अब इस नस्ल की लगभग 16 करोड़ गायें मौजूद हैं, और यह नस्ल अब भारत के अलावा ब्राजील में भी अपनी पहचान बना चुकी है।
इस प्रकार, दुनिया की सबसे महंगी गाय वियातिना-19 FIV मारा इमोवेइस, भारतीय मूल की नेलोर नस्ल की गाय है, जो अपनी अनूठी विशेषताओं के कारण विश्व में प्रसिद्ध हो गई है।