मुग़ल काल में शाही रसोई में कई प्रकार के व्यंजन तैयार किए जाते थे, जो न केवल स्वादिष्ट होते थे बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होते थे। शारीरिक शक्ति और स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए मुग़ल बादशाह कई जड़ी-बूटियों और फलों का सेवन करते थे। एक ऐसा ही फल था जिसे मुग़ल बादशाह ‘प्राकृतिक वियाग्रा’ की तरह इस्तेमाल करते थे।
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मुग़लों का भोजन शाकाहारी और मांसाहारी दोनों
मुग़ल साम्राज्य के बारे में अक्सर यह माना जाता है कि वे केवल मांस, मछली और चिकन का सेवन करते थे। लेकिन, इतिहासकारों के अनुसार, मुग़ल बादशाहों को शाकाहारी भोजन और फलों का भी उतना ही शौक था। प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों की आपूर्ति के लिए वे विभिन्न प्रकार के फलों का सेवन करते थे, जिनमें एक खास फल शामिल था जो उनकी यौन शक्ति बढ़ाने में मदद करता था।
बेलपत्र का सेवन
मुग़ल इतिहास के लेखकों के अनुसार, मुग़ल बादशाह अपनी रानियों को खुश करने के लिए, यौन संबंध से पहले विशेष प्रकार के जड़ी-बूटियों और फलों का सेवन करते थे। इनमें से एक प्रमुख फल था जिसे “बेलपत्र फल” के नाम से जाना जाता है।
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बेलपत्र स्वास्थ्य के लिए एक वरदान
बेलपत्र फल को स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। यह केवल यौन शक्ति बढ़ाने में ही नहीं, बल्कि अन्य कई स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान में भी कारगर है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता: हर सुबह खाली पेट दो-तीन बेलपत्र के पत्ते चबाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता है।
- कब्ज से राहत: बेलपत्र फल का सेवन कब्ज की समस्या से निजात दिलाने में सहायक होता है।
- हृदय स्वास्थ्य: यह फल हृदय के लिए भी लाभकारी होता है, जिससे दिल के दौरे का खतरा कम हो सकता है।