भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को पत्र लिखते हुए पूर्व विधायक जीतू जिराती ने कहा – मैं चुनाव नहीं लड़ना चाहता हूँ! पूर्व विधायक जीतू जिराती का कैलाश विजयवर्गीय के खेमे से बहुत करीबी रिश्ता है। राऊ सीट से पहली बार जिराती को टिकट दिलाने में विजयवर्गीय का बहुत बड़ा योगदान रहा है। जीतू जिराती अपना पहला चुनाव जीतू पटवारी को हराकर जीते थे। जीतू जिराती ने इस बार एमपी के विधानसभा चुनाव में खुद को टिकट की दौड़ से बाहर किया है।
बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा

जीतू जिराती ने बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को एक पत्र लिखा और जिसमे उन्होंने लिखा की उन्हें उज्जैन संभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसलिए अब वह वहां संगठन का काम करने की इच्छा रखते है। अब वह इसी कारण के चलते किसी भी सीट से चुनाव नहीं लड़ना चाहते है। फिलहाल वह प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष है साथ ही वह राऊ से विधायक भी थे। बता दे, खाती का प्रतिनिधित्व करने वाले जिराती का नाम राऊ और कालापीपल सीट के लिए चल रहा है।
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भाजपा ने मधु वर्मा को उम्मीदवार के रूप में खड़ा किया
जानकारी के लिए बता दे राऊ से भाजपा ने मधु वर्मा को उम्मीदवार के रूप में खड़ा किया है। जबकि चर्चा ये हो रही थी कि कालापीपल में खाती समाज का वोटबैंक है। यहां से जिराती को लड़ाया जा सकता है। अब ऐसे में यह बात साफ़ हो चुकी है की वे दूसरी सीट से भी टिकट की दौड़ से बाहर हो चुके है। पहली लिस्ट जारी होते ही खाती समाज के प्रतिनिधि भाजपा नेताओ से मिलने पहुंचे थे साथ ही समाज के ही किसी व्यक्ति को टिकट देने की मांग उठाई थी।
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जीतू जिराती से जुड़े हुए है विजयवर्गीय

पूर्व विधायक जीतू जिराती का कैलाश विजयवर्गीय के खेमे से बहुत करीबी रिश्ता है। राऊ सीट से पहली बार जिराती को टिकट दिलाने में विजयवर्गीय का बहुत बड़ा योगदान रहा है। जीतू जिराती ने पहला चुनाव जीतू पटवारी को हराकर जित हासिल की थी। साल 2023 में बीजेपी ने उनको फिर से टिकट दिया, लेकिन इस बार उनको जीतू पटवारी ने हरा दिया।