कांग्रेस के भीतर चंबल से भोपाल तक मचा हड़कंप, बागी बढ़ा सकते है दिग्विजय और कमलनाथ की परेशानियां! एमपी विधानसभा चुनाव के चलते कांग्रेस की दूसरी सूची जारी होने के बाद अब चंबल से लेकर भोपाल तक विरोध प्रदर्शन कर रहे है। कांग्रेस के बागियों के साथ अब सपा, बसपा और आप कांग्रेस की परेशानियां बढ़ाती नजर आने वाली है। एमपी विधानसभा चुनाव के चलते कांग्रेस की परेशानियां लगातार बढ़ती जा रही है। कांग्रेस ने जैसे ही 229 प्रत्याशियों के नाम घोषित किए इसके बाद से विरोध प्रदर्शन के साथ बागियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसके साथ ही सपा, बसपा और आम आदमी पार्टी भी कांग्रेस को ही नुकसान पहुंचाएगी।
कांग्रेस जहा एक तरफ डैमेज कंट्रोल की बात करती नजर आ रही है लेकिन इसके बावजूद भी आगामी चुनाव में कमलनाथ और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की परेशानियां बढ़ती नजर आ रही है। जानकारी के लिए बता दे प्रदेश कांग्रेस में बुरहानपुर, राजगढ़, शिवपुरी, गुना, निवाड़ी, नर्मदापुरम, बुदनी, सुमावली सहित कई सारी जगहों पर विरोध प्रदर्शन करने के साथ ही पुतला फूंक रहे है। वही दूसरी और बीजेपी में भी विरोध की आवाज उठती नजर आ रही है, यकीन इसके बावजूद भी पार्टी ने काफी हद तक डैमेज कंट्रोल किया हुआ है।
बागी नेता भी मुश्किलें बढ़ाएंगे
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कांग्रेस की लगातार मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। वही कांग्रेस से टिकट ना मिलने पर बागी नेता भी परेशानियां खड़ी कर सकते है। और इसमें कई सारे नेता शामिल है, जिसमे सपा, बसपा और आम आदमी पार्टी भी शामिल हो चुके है। ऐसी ही स्थिति कई जगहों पर बीजेपी के साथ भी हो रही है, लेकिन कांग्रेस से तो कम ही है। वही विंध्य की बात करें तो पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी के पोते सिद्धार्थ तिवारी ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। इसके साथ ही कई कार्यकर्ताओं ने भी कांग्रेस छोड़ दी है। साथ ही साथ पूर्व विधायक फुंदर लाल चौधरी ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया है। पूर्व विधायक यादवेंद्र ने भी अब कांग्रेस छोड़कर बसपा में शामिल हो गए है। जिसके बाद बसपा पार्टी ने सतना जिले की नागौद सीट से अपना प्रत्याशी घोषित किया है। अजब सिंह कुशवाह का कांग्रेस से टिकट कट गया जिसके बाद उन्होंने भी अपने समर्थकों के साथ बसपा ज्वाइन कर ली है।
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सपा, बसपा और आप करेगी अब खेला

जानकारी के लिए बता दे विपक्षी पार्टियों के गठबंधन इंडिया में प्रदेश में सपा और कांग्रेस के बीच रॉर सामने आ चुकी है। बीते चुनाव के दौरान सपा ने एक सीट पर जित हासिल की और 6 सीटों पर दूसरे नंबर पर रही है। जानकारों के अनुसार, बुंदेलखंड और ग्वालियर चंबल में सपा का तगड़ा असर है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सपा प्रमुख अखिलेश यादव बिच छिड़ी बयानबाजी के चलते वोटरों में नकारात्मक सन्देश मिला है। ऐसे में इसका नुकसान कांग्रेस को उठाना पड़ सकता है। दूसरी और सपा, बसपा और आप के बीच वोट बंटने से भी बीजेपी और कांग्रेस के वोट कटेंगे। इसके चलते कांग्रेस को ही इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है।
कांग्रेस आमला सीट होल्ड करके बैठी है

एमपी विधानसभा चुनाव नजदीक आ चुके है। एमपी में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने बैतूल जिले की आमला सीट के अलावा बाकी सभी जगह टिकट घोषित कर चुके है। जिसमे कांग्रेस द्वारा अन्य पिछड़ा वर्ग के 62 प्रत्याशी तैयार किए गए है। साथ ही महिलाओं को भी टिकट मिला है जिसमे टोटल 30 महिलाएं है। साथ ही इसके अलावा अनुसूचित जाति वर्ग के 35 और अनूसूचित जनजाति के लिए आरक्षित 48 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए है। जिसमे 50 से कम आयु के 99 उम्मीदवार कांग्रेस की और से जारी टिकट में 50 साल से कम उम्र के 99 और 60 साल से कम उम्र के 178 प्रत्याशियों को चुनावी रण में उतारा गया है। वही आपको बता दे प्रदेश भर में 17 नवंबर को मतदान होने जा रहा है। और इसके बाद 3 दिसंबर को मतगणना की जाएगी।