चुनावी राज्य राजस्थान में पिछले 15 दिन से भारतीय जनता पार्टी परिवर्तन संकल्प यात्राओं में जुटी है। नेता, कार्यकर्ता और भावी उम्मीदवार इन यात्राओं में बढ़-चढ़कर शामिल हो रहे हैं, कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ फेंकने की विपक्ष की इन कोशिशों के जवाब में अब सत्ताधारी पार्टी भी एक्शन में आने वाली है। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में बीजेपी के सामने कांग्रेस पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना यानि E.R.C.P. को बड़ा मुद्दा बनाने जा रही है इसी मुद्दे पर कांग्रेस 13 जिलों की 86 विधानसभा सीटों पर बीजेपी को घेरने की तैयारी कर रही है ये जन आशीर्वाद यात्रा 25 सितंबर से शुरू होगी और पांच दिन चलेगी।
चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय नेताओं को आगे रखकर लड़ा जायेगा
राजस्थान चुनाव में बीजेपी ने किसी स्थानीय चेहरे को आगे नहीं किया है पूरा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय नेताओं को आगे रखकर लड़ा जाने वाला है बीजेपी की इस रणनीति के तहत ही अब कांग्रेस भी सीधे पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्री पर निशाना साधेगी जन आशीर्वाद यात्रा में कांग्रेस ईआरसीपी का मुद्दा उठाएगी इसके जरिए पीएम मोदी और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को कटघरे में खड़ा कर 86 विधानसभा क्षेत्रों में समर्थन बंटोरने की कोशिश करेगी कांग्रेस की ये यात्रा दौसा या जयपुर से रवाना होगी इसकी अगुवाई मुख्यमंत्री अशोक गहलोत करेंगे। बता दें कि E.R.C.P.के मुद्दे पर गहलोत पहले से ही पीएम मोदी और गजेंद्र सिंह को कटघरे में खड़ा करते रहे हैं।
केंद्र सरकार पर किया जा रह हमला
वह कई दफ़ा सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के ज़रिए भी केंद्र सरकार पर हमला करते रहे हैं। यहां भी वो यही दांव खेलेंगे इसके जरिए वो पूर्वी राजस्थान के मतदाओं को बीजेपी की कथनी और करनी में फर्क होने की दलील देंगे साथ ही पूर्व की तरह इस प्रोजेक्ट को अपने दम पर पूरा करने की घोषणा भी करेंगे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहले कह चुके हैं कि E.R.C.P. पिछली सरकार ने बनाई थी लेकिन उसको राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं किया ये काम केंद्र सरकार ही कर सकती है। लेकिन अगर केंद्र सरकार ने ये नहीं किया तो राज्य सरकार E.R.C.P. बनाकर दिखाएगी।