Shahdol News: मध्यप्रदेश के शहडोल जिला अस्पताल में तैनात सिविल सर्जन को एक सप्ताह के भीतर पद से हटाया जाए और उनके खिलाफ जांच की जाए, अन्यथा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी भोपाल जाकर मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेगी। यह चेतावनी देते हुए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा टेक्निकल ग्राउंड में विशाल जनसभा का आयोजन किया गया। इसके बाद राज्यपाल, मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को संबोधित ज्ञापन आयुक्त को सौंपा गया।
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सिविल सर्जन के खिलाफ गंभीर आरोप
गोंपा ने जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. जी.एस. परिहार के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि भ्रष्टाचार में लिप्त सिविल सर्जन डॉ. परिहार महिला डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं। अस्पताल के विभिन्न मामलों में भी वे घोटाले कर रहे हैं। एक महिला डेंटिस्ट के साथ दुर्व्यवहार और उत्पीड़न का मामला भी सामने आया है, जिसमें उनके खिलाफ जांच की मांग की गई थी। इसके बावजूद पीड़ित महिला डॉक्टर को न्याय न देकर, उन्हें अस्पताल से हटा दिया गया, जो एक गंभीर मामला है।
डिग्री और नियुक्ति पर भी उठाए सवाल
गोंपा ने सिविल सर्जन डॉ. परिहार की डिग्री और नियुक्ति पर भी सवाल उठाए। आरोप लगाया गया कि डॉ. परिहार केवल बीडीएस (दंत चिकित्सा में स्नातक) हैं और एमडीएस (दंत विशेषज्ञता) डिग्री के बिना वह दंत विशेषज्ञ कैसे बन गए। इसके अलावा, 2016 में विशेषज्ञ का दर्जा मिलने के बाद उन्हें सिविल सर्जन के पद पर कैसे पदोन्नति मिल गई, जबकि 2012 के बाद किसी भी विशेषज्ञ को यह पद नहीं मिला है। ये सभी आरोप जांच का विषय हैं।
सिविल सर्जन का पक्ष
सिविल सर्जन डॉ. जी.एस. परिहार ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सभी आरोप बेबुनियाद हैं और उनके खिलाफ किसी तरह का भ्रष्टाचार नहीं हुआ है।