Gyanvapi Case: ‘ज्ञानवापी’ पर बाबा बागेश्वर की हुंकार, ज्ञानवापी मस्जिद नहीं, भगवान भोलेनाथ का मंदिर। वाराणसी के ‘ज्ञानवापी मंदिर-मस्जिद विवाद’ में अब बाबा बागेश्वर यानि धीरेन्द्र शास्त्री की एंट्री हो चुकी है। कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में रामकथा के दौरान बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने ‘ज्ञानवापी’ को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा,,,ज्ञानवापी कोई मस्जिद नहीं है, वह भगवान शंकर का मंदिर है। इसलिए सबसे पहले उसे मस्जिद कहना बंद किया जाना चाहिए।
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ज्ञानवापी को मस्जिद न कहे, वो भोलेनाथ का मंदिर
आपको बता दें छिंदवाड़ा में कथा के दौरान करीब 8 लाख श्रद्धालु मौजूद थे। खुद PCC चीफ कमलनाथ, उनके बेटे नकुलनाथ और उनका पूरा परिवार धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने पहुंच थे। वहीँ ज्ञानवापी पर विवाद लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अब इस मामले में योगी बाबा की एंट्री हो चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तरप्रदेश के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मंदिर-मस्जिद विवाद पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा जाँच पूरी होने और कोर्ट का फैसला आने से पहले ज्ञानवापी को मस्जिद कहना ठीक नहीं है।
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Gyanvapi Case: ‘ज्ञानवापी’ पर बाबा बागेश्वर की हुंकार, ज्ञानवापी मस्जिद नहीं, भगवान भोलेनाथ का मंदिर
ज्ञानवापी पर योगी आदित्यनाथ की दो टूक
क्योंकि मस्जिद के अंदर त्रिशूल क्या कर रहा है? मस्जिद में शिवलिंग कहा से आया ? इस मामले में ऐसे कई सवाल है जिनके जबाब मिलना अभी बांकी है। आपको बता दें वाराणसी में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़े कई मामले अदालतों में चल रहे हैं,, उनमें से एक मामला ज्ञानवापी परिसर स्थित देवी श्रृंगार गौरी के पूजन-दर्शन का भी है। वहीं मुस्लिम पक्ष भी अपनी जिद पर अड़ा हुआ है। मुस्लिम पक्ष ने सर्वे से मस्जिद के ढांचे को नुकसान होने का हवाला देते हुए सर्वे पर रोक लगाने की मांग की थी। लेकिन पुरातत्व विभाग ने कहा सर्वे से ज्ञानवापी की इमारत को कोई नुकसान नहीं होगा।