आपने देखा होगा कि जब भी लोगों को अस्थमा अटैक होता है वे अपना इनहेलर पंप निकालकर इनहेल करते हैं। क्या आप जानते हैं अस्थमा में इस पंप का इस्तेमाल क्यों किया जाता है।अस्थमा फेफड़ों की एक पुरानी बीमारी है जिसका फिलहाल कोई इलाज नहीं है। हालांकि, सही उपचार लेने से लक्षणों को मैनेज करने में मदद मिल सकती है और रोगियों की लाइफ क्वालिटी में सुधार हो सकता है। इनहेलर ऐसे उपकरण हैं जो फेफड़ों तक दवाएं पहुंचाते हैं और वायुमार्ग के आसपास की मांसपेशियों को कसने में मदद करते हैं। अस्थमा अटैक में घरघराहट, खांसी, गर्दन में जकड़न और सीने में परेशानी हो सकती है।
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इनहेलर का सही तरीके से उपयोग कैसे करे
कुछ मामलों में किसी के होंठ नीले और चेहरा पीला पड़ सकता है। इसलिए यह जानना बेहद जरूरी है कि इस दौरान इनहेलर का सही तरीके से उपयोग कैसे किया जाए। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन के अनुसार, बच्चों और वयस्कों दोनों को प्रभावित करता है। 2019 में इसने अनुमानित 26.2 करोड़ लोगों को प्रभावित किया और 4.5 लाख लोगों की मौत हुई। WHO का कहना है, सांस की दवा अस्थमा के लक्षणों को कंट्रोल कर सकती है और अस्थमा से पीड़ित लोगों को सामान्य जीवन जीने में मदद कर सकती है। इनहेलर अस्थमा से पीड़ित व्यक्तियों को उनकी कंडिशन पर प्रभावी कंट्रोल पाने उनके जीवन को बेहतर बनाने में बड़ी भूमिका निभाता है।
अस्थमा की तीव्रता को रोकने में प्रभावी
इन्हेलर वायुमार्ग की सूजन को कम करने और अस्थमा की तीव्रता को रोकने में प्रभावी है। उन्होंने कहा कि हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स के बताए गए इन्हेलर के उपयोग से अस्थमा के दौरे की इंटेंसिटी को काफी कम किया जा सकता है। इन्हेलर के उपयोग से खांसी, घरघराहट, सांस की तकलीफ और सीने में जकड़न जैसे लक्षणों को कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है। वे वायुमार्ग के आसपास की मांसपेशियों को आराम देकर और उन्हें खोलकर तेजी से राहत प्रदान करते हैं, जिससे एयर फ्लो में सुधार होता है और सांस लेने में आसानी होती है।
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इन्हेलर्स से बचना बेहद मुश्किल
आपको बता दें की इन्हेलर्स से बचना बेहद मुश्किल है क्युकी अस्थमा में आपको तुरंत मदद की आवश्यकता होती है। इसमें किसी भी वक्त यह जरुरी हो सकता है इसलिए इसका दूसरा कोई अल्टरनेटिव नहीं है। यह अस्थमा रोगिओं के लिए बेहद आवश्यक वस्तु है। हालाँकि आपको इससे जुड़े योग को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लेना चाहिए। ताकि आप बेहतर महसूस कर सकें और आपको अधिक परेशानिओं का सामना न करना पड़े। इसी के साथ सेहत से जुडी तमाम जानकारिओं के लिए देखते रहिये प्रदेश तक।