जिला धार – जर्जर शासकीय स्कूल भवन में मौत के साये के डर से स्कूल नही आ रहे छात्र जिले के टांडा के ग्राम बडदा में हादसे को न्योता दे रहा शासकीय माध्यमिक स्कूल का जर्जर भवन, टूटी-फूटी छत और टपकते बारिश के पानी के नीचे पढ़ाई करने को मजबूर छात्र। जिला शिक्षा विभाग और विकास खंड बाग शिक्षा ने मूंदी आंखें तीन कक्षाओं के 60 विद्यार्थियों को दो छोटे कमरो में बैठकर शिक्षा ग्रहण करनी पड़ रही है। इसी भवन में पढ़कर कई पूर्व छात्र आज उच्च पद पर नौकरी कर रहे, टांडा क्षेत्र में सबसे ज्यादा इसी गांव बड़दा में पुलिस विभाग में चयनित होकर छात्र देश भक्ति जन सेवा में कार्यरत हैं।
जर्जर शासकीय स्कूल भवन में मौत के साये के डर से स्कूल नही आ रहे छात्र

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जर्जर शासकीय स्कूल भवन में मौत के साये के डर से स्कूल नही आ रहे छात्र

भवन का निर्माण सन् 1981 में हुआ लेकिन भवन अब कभी भी डह सकता है, इसी कारण सभी छात्रों को एक ही जगह बैठकर पढ़ना पड़ रहा है। नवीन स्कूल भवन स्वीकृत करवाने की मांग शासन – प्रशासन को कई बार अवगत करवाने पर पर शासन प्रशास के द्वारा भवन स्थल का निरीक्षण भी किया गया है, लेकिन आज तक नवीन स्कूल भवन स्वीकृति का आदेश नहीं हुआ है। 60 छात्रों की संख्या में एक कमरे में बच्चों का अध्ययन करवाने में अध्यापक विवश है। भवन की दुर्दशा को देखकर कई पालकगण बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं।
शिक्षा विभाग के अफसरों को कई बार जर्जर भवन के बारे में अवगत कराया था । लेकिन, आज तक विभाग ने सुध नहीं ली अनदेखी से हो सकता है बड़ा हादसा जर्जर स्कूल भवन की दुर्दशा को देखते हुए शासन – प्रशासन के खिलाफ ग्रामीणों में आक्रोश है।