जवानी का जोश और बदन की खूबसूरती का अनोखा राज ये फल ढूंढते फिरोगे देख लो इसके खेती के फायदे दुनिया में कई प्रकार के फल पाए जाते है. जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती है. आज हम आपके लिए ऐसे फल के बारे में जानकारी लाये है जिससे आपकी कमजोरी और पुराणी बीमारियों से रहत मिलने वाली है. और शरीर मजबूत बनाने में इसका महत्वपूर्ण स्थान है इसका नाम है रसभरी ! यह विटामिन, खनिज, और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो स्वास्थ्य के लिए कई लाभ प्रदान करती है। रसभरी का उपयोग जैम, पाई, स्मूदी, और सलाद जैसे विभिन्न व्यंजनों में किया जा सकता है, जिससे यह एक बहुपयोगी फल है।
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कैसे करे इसकी खेती
रसभरी की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी और पूर्ण सूर्यप्रकाश वाली भूमि का चयन करें। रसभरी थोड़ी अम्लीय मिट्टी (पीएच 6.0-6.5) को पसंद करती है। जल निकासी और उर्वरता को बढ़ाने के लिए मिट्टी में कार्बनिक पदार्थों का उपयोग करें। पौधों को पंक्तियों में 2-3 फीट की दूरी पर लगाएं और पंक्तियों के बीच 6-8 फीट का अंतर रखें।
फसल की देखभाल
बीमारियों से बचाव के लिए पानी सीधे पौधे की जड़ों में दें। कम्पोस्ट या अच्छी तरह से सड़ी हुई खाद का उपयोग करें। फलों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए रसभरी की सालाना छँटाई करें और मृत टहनियों को हटा दें। फलों को जमीन से दूर रखने के लिए जाली या खूंटों का उपयोग करें। ठंडी जलवायु में, सर्दियों के महीनों में रसभरी के पौधों को पुआल या पत्तियों से मल्चिंग करें।’
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कटाई और मुनाफा
रसभरी की कटाई तब करें जब वे पूरी तरह पक जाएं और आसानी से पौधे से अलग हो जाएं। ताजगी बनाए रखने के लिए रसभरी को ठंडे और अच्छी तरह हवादार क्षेत्र में स्टोर करें। यह मार्केट में 200 से 300 रूपये प्रति किलो बिकती है जिसे बेचकर आप तगड़ा मुनफा कमा सकते है.