काली मूली की खेती से हो रही है बंपर कमाई मार्केट में भी भारी डिमांड, तो जानिए कैसे की जाती है काली मूली की खेती

Kali muli ki kheti: से हो रही है बंपर कमाई मार्केट में भी भारी डिमांड, तो जानिए कैसे की जाती है काली मूली की खेती सफेद मूली आपने बहुत खाई होगी, सलाद, पराठा, अचार और रायते में सफेद मूली का इस्तेमाल हर घर में होता है. लेकिन क्या आपने कभी काली मूली खाई है. काली मूली के बारे में तो शायद कई लोगों ने सुना भी नहीं होगा.

लेकिन इसकी खेती से किसान बंपर कमाई कर रहे हैं. खास बात यह है कि कई लोगों ने काले मूली का नाम भी नहीं सुना होगा. लेकिन काली मूली में सफेद के मुकाबले अधिक विटामिन्स और पोषक तत्व पाए जाते हैं. आज आपको बताते हैं काली मूली की खेती के बारे में और बाजार में इसकी डिमांड के बारे में. इसके साथ ही हम आपको ये भी बताएंगे कि काली मूली खाने के क्या फायदे होते हैं.

जाने कैसे की जाती है काली मूली की खेती

खास बात यह है कि काली मूली की खेती भी सफेद मूली की तरह ही की जाती है.खेती के बारे में बताएं तो ऐसे तो इसकी खेती ठंड में ज्यादा होती है, सबसे पहले खेत में खाद के रूप में गोबर बिखेर दिया जाता है. इसके बाद खेती की कई बार जुताई की जाती है. फिर पाटा चलाकर खेत को समतल किया जाता है.

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इसके बाद क्यारी बनाकर बीज की बुवाई की जाती है. साथ ही खेत में जल निकासी की अच्छी व्यवस्था करनी चाहिए, क्योंकि खेत में पानी का भराव होने पर फसल बर्बाद हो सकती है. लेकिन अब किसान इसे पूरे साल उगाते हैं. बाजार में ये सफेद मूली से कहीं ज्यादा महंगी बिकती है. भारत समेत पूरी दुनिया में इसकी डिमांड पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ी है.

जाने काली मूली की खेती से कमाई

अगर आप एक एकड़ में काली मूली की खेती करते हैं, तो 30 से 35 हजार रुपये का खर्च आएगा. लेकिन दो महीने बाद आप काली मूली बेचकर अच्छी कमाई कर सकते हैं. खास बात यह है कि आप एक एकड़ में 70 से 80 क्विटंल तक मूली का उत्पादन कर सकते हैं. अभी मार्केट में काली मूली का रेट 1000 रुपये क्विंटल है. ऐसे में आप 80 क्टिंल मूली बेचकर 80 हजार रुपये की कमाई कर सकते हैं.

जाने काली मूली खाने के फायदे

काली मूली केवल बाहर से काली होती है, लेकिन अंदर से यह सफेद मूली की तरह ही होती है. इसका टेस्ट भी बिल्कुल सफेद मूली की तरह ही होता है. ऐसे शलजम की तरह दिखता है. इसे खाने से शरीर में रोग से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है. इसे आयुर्वेदिक दवाइयों के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है. इसके अंदर विटामिन-बी 6, थियामिन, प्रोटीन, विटामिन-ई और फाइबर सहति कैई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं. साथ ही काली मूली फ्लू से भी शरीर को बचाता है.

काली मूली में फाइबर अधिक मात्रा में पाया जाता है

दरअसल, काली मूली एक तरह की वेजिटेबल है. ब्लैक रैडिश जिसे आप काली मूली भी कहते हैं वो इंसानी शरीर के लिए रामबाण है. काली मूली में एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा होती है जो हमारे दिल को स्वस्थ रखती है. इसके अंदर प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का भी कमाल का गुण होता है. इसे न सिर्फ सलाद के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, बल्कि इसकी सब्जी भी खाई जाती है. यही वजह है कि मार्केट में सफेद मूली के मुकाबले कालू मूली की कीमत ज्यादा होती है. काली मूली की सब्जी खाने से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है, क्योंकि इसमें फाइबर अधिक मात्रा में पाया जाता है.

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