Tuesday, September 26, 2023
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कमलनाथ के गढ़ से स्मृति ईरानी की ललकार,अब क्या करेंगे कमलनाथ ? कमलनाथ को घेरने का पूरा प्लान!

मध्य प्रदेश में चुनावी तैयारियां जोरों पर है, वही बीजेपी जन आशीर्वाद यात्रा के जरिए जनता को योजनाओं के बारे में बता रही है, तो कांग्रेस अब जन आक्रोश यात्रा निकालने जा रही है। वही बीजेपी दिग्गजों को प्रदेश में लाकर सत्ता बचाने का हर सम्भव प्रयास कर रही है। बता दे की अब बीजेपी ने कमलनाथ को घेरने का पूरा प्लान बना लिया है,यही वजह है कि चुनावों की तारीखों के ऐलान से पहले ही बीजेपी के दिग्गजों का प्रदेश में जमावड़ा शुरू हो गया है, केंद्रीय मंत्री समृति ईरानी जन आशीर्वाद यात्रा में शामिल होने के लिए छिंदवाड़ा पहुंची,इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा कहा अमेठी की तो बस तैयारी थी ‘ये छिंदवाड़ा की बारी है।

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स्मृति ईरानी ने भाजपा कार्यकर्ताओं में भरा जोश

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान सीहोर और छिंदवाड़ा पहुंची, विधानसभा चुनावों को देखते हुए स्मृति ईरानी ने भाजपा कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि हम यह भ्रम न पालें कि आने वाले समय में हम केवल एक चुनाव लड़ने वाले हैं, बल्कि ये लड़ाई धर्म और अधर्म के बीच में होने वाली है. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कमलनाथ पर जमकर हमला बोला कहा, ‘कांग्रेस ने सनातन धर्म को नीचा दिखाने की कोशिश की है उन्होंने राम भगवान के अस्तित्व पर सवाल उठाया था. जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी तो राहुल गांधी ने कहा था कि हिंदू आतंकवादी हैं.

स्मृति ईरानी ने कमलनाथ पर कसे तंज

वही स्मृति ईरानी ने कमलनाथ पर भी तंज कसते हुए कहा कि चुनाव से पहले धर्म के प्रति आस्था दिखाना और कथा करने से कुछ नहीं होता. उन्होंने कमलनाथ को चुनौती देते हुए कहा कि अगर सनातन धर्म के प्रति सच्ची आस्था है तो गांधी परिवार को बोलें कि डीएमके का साथ छोड़ें.’ आगे ईरानी ने कहा कि मध्यप्रदेश काफी पिछड़ा हुआ था. सीएम शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश तरक्की कर रहा है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि जिस तरह से भाजपा कमलनाथ को घेरने के लिए योजना बना रही है उसमें कितना कामयाब हो पाती है। सवाल इसलिए क्योंकि भाजपा ने छिंदवाड़ा में कमल खिलाने के लिए पहले भी कई बार प्रयास किये लेकिन इस अभेद किले में कोई कील नही गाड़ सका हर बार कमलनाथ भारी पड़े है। ऐसे के इस बार का चुनाव कई मायने में अहम है अब देखना यह होगा कि कमलनाथ अपना गढ़ बचा पाते है या नही..?

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