खेत की मिट्टी को सोना बना देंगे ये 3 काम, मिट्टी होगी उपजाऊ, फसल भी होगी दुरुस्त। खेती से अच्छी पैदावार पाने के लिए किसान कई सालों से रासायनिक खादों का इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं है, कुछ किसान तो रासायनिक खादों का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। इसकी जगह वे दूसरी खादों का उपयोग कर रहे हैं और खेत की मिट्टी को उपजाऊ बना रहे हैं। क्योंकि रासायनिक खादों से भले ही किसानों को एक बार अच्छी पैदावार मिल जाती है, लेकिन इससे मिट्टी को बहुत नुकसान पहुंचता है और मिट्टी धीरे-धीरे खराब होती जा रही है। इसी वजह से कृषि विशेषज्ञ किसानों से लगातार रासायनिक खादों की जगह दूसरी खादों का इस्तेमाल करने की अपील कर रहे हैं। तो आइए जानते हैं कि कैसे मिट्टी को उपजाऊ बनाया जा सकता है।
मिट्टी को उपजाऊ बनाने के तीन तरीके
यहां पहली बात तो यह है कि किसानों को रासायनिक खादों का इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए। रासायनिक खादें मिट्टी को बहुत नुकसान पहुंचा रही हैं और इनसे होने वाली पैदावार भी सेहत के लिए फायदेमंद नहीं होती है।
दूसरा उपाय यह है कि किसान रासायनिक खादों की जगह वर्मीकम्पोस्ट खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं। वर्मीकम्पोस्ट खाद बहुत अच्छी होती है। यह एक जैविक खाद है। इससे पैदावार को बढ़ाया जा सकता है।
एक और उपाय यहां यह है कि जब आप किसी फसल की बुवाई करने जाएं, उससे पहले खेत में हरी खाद डाल दें। हरी खाद को धैंचा कहते हैं। आपको खेत में धैंचा लगाना होगा। इसके पत्ते और तने मिट्टी को उपजाऊ बनाते हैं। जिससे मिट्टी उपजाऊ होती है और फसलों को किसी भी तरह का रोग नहीं लगता है। बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है।
इस तरह से यहां मिट्टी को उपजाऊ बनाने के तरीके बताए गए हैं। लेकिन रासायनिक खादों के इस्तेमाल से मिट्टी काफी हद तक खराब हो चुकी है। जिसे ठीक होने में 2 से 3 साल लग सकते हैं।