किसानो के किस्मत का ताला खोल देगी लाल भिंडी की खेती, कम समय में होगा ताबड़तोड़ उत्पादन, देखे पूरी जानकारी इसकी खेती सरल है और इसकी अच्छी पैदावार प्राप्त की जा सकती है.यह जानकारी लाल भिंडी की उन्नत खेती के लिए महत्वपूर्ण है. By Ankush Baraskar 17 Apr 2024 in खेती किसानी New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 लाल भिंडी, जिसे बैंगन के नाम से भी जाना जाता है, एक महत्वपूर्ण सब्जी है जिसकी भारत में व्यापक रूप से खेती की जाती है। इसकी खेती सरल है और इसकी अच्छी पैदावार प्राप्त की जा सकती है.यह जानकारी लाल भिंडी की उन्नत खेती के लिए महत्वपूर्ण है. Advertisment यह भी पढ़िए :- किसानो को मालामाल कर देगी पिले सोने की खेती ! तगड़ा वजन और ताबड़तोड़ उत्पादन से किसानो की होगी मौज भिंडी की खेती के लिए मिट्टी और जलवायु लाल भिंडी एक गर्म मौसम की फसल है और 20 से 30 डिग्री सेल्सियस के तापमान में अच्छी तरह से बढ़ती है. लेकिन अत्यधिक गर्मी या ठंड इसके बढ़त को रोक सकती है.लाल भिंडी अच्छी जल निकास वाली बलुई दोमट मिट्टी में अच्छी तरह से उगती है. मिट्टी का पीएच 6.0 से 7.0 के बीच होना चाहिए. बुवाई से पहले खेत की गहरी जुताई करें और मिट्टी को भुरभुरा बना लें. Advertisment कैसे करे लाल भिंडी की बुआई लाल भिंडी की बुवाई काअच्छा समय मानसून की शुरुआत, लगभग जून से जुलाई के बीच होता है. जब तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से ऊपर हो जाता है तो आप इसकी बुवाई कर सकते हैं.खेत में क्यारियां बना लें, जिनकी चौड़ाई लगभग 3 फीट और लंबाई आवश्यकतानुसार हो.क्यारियों के बीच लगभग 1.5 फीट का अंतर रखें.,बीजों को क्यारियों में लगभग 1 से 1.5 सेंटीमीटर की गहराई में बोएं.बीजों के बीच लगभग 10 से 12 सेंटीमीटर का अंतर रखें.,बीजों को मिट्टी से ढक दें और हल्का पानी दें. लाल भिंडी की कई किस्में उपलब्ध हैं, Advertisment पूसा संतोषमहाबीजअर्का अनामिकापरभणी क्रांति इस प्रकार करे खेती की तैयारी बुवाई से पहले खेत में अच्छी तरह से सड़ी हुई गोबर की खाद डालें.इसके अलावा, आप संतुलित मात्रा में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटेशियम उर्वरक भी डाल सकते हैं.पौधों के शुरुआती विकास के दौरान नियमित रूप से सिंचाई करें.जैसे-जैसे पौधे बढ़ते हैं, सिंचाई की मात्रा कम करें. मिट्टी को नम रखें लेकिन गीली न होने दें. यह भी पढ़िए :- किसानो की होगी मौज ! चिलचिलाती गर्मी में भी ताबड़तोड़ उत्पादन देगी यह सलाद की फसल, कम खर्चे में तिगुना मुनाफा लाल भिंडी का उत्पादन लाल भिंडी कई तरह के कीटों और रोगों से ग्रसित हो सकती है.फसल की नियमित निगरानी करें और किसी भी तरह के संक्रमण का पता चलने पर जैविक कीटनाशकों का प्रयोग करें.लाल भिंडी की फलीयां कटाई के लिए तैयार हो जाती हैं, जब वे 4 से 6 इंच लंबी हो जाती हैं और उनका रंग हल्का हरा हो जाता है. एक अच्छी तरह से प्रबंधित खेत से प्रति एकड़ 4 से 5 टन तक की उपज प्राप्त की जा सकती है. #kisan samachar #lal bhindi ki kheti #lal bhindi ki kheti kaise kare #lal bhindi ki kheti ki jankari हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें अब सदस्यता लें Advertisment यह भी पढ़ें Latest Stories Read the Next Article