कृषि क्षेत्र में फसलों की रक्षा और उत्पादन बढ़ाने के लिए कई तरह के जैविक खाद और कीटनाशकों का इस्तेमाल किया जाता है। इन जैविक तरीकों में से एक महत्वपूर्ण और प्रभावी तरीका है ‘अग्नि अस्त्र खाद’। यह खाद न केवल फसलों को पोषण देती है बल्कि कीटों से भी एक मजबूत सुरक्षा कवच प्रदान करती है।
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अग्नि अस्त्र खाद प्राकृतिक तत्वों से तैयार किया गया एक जैविक कीटनाशक है। इसे बनाने के लिए कई सामग्रियों का उपयोग किया जाता है। जैसे- गाय का गोबर 5 किलो, गाय का मूत्र: 10 लीटर, नीम की पत्तियाँ 2 किलो, तंबाकू की पत्तियाँ 500 ग्राम, लहसुन 250 ग्राम, हरी मिर्च 250 ग्राम।
मिश्रण तैयार करने की विधि: एक बड़े बर्तन में गाय का गोबर और मूत्र डालें। नीम, तंबाकू, लहसुन और हरी मिर्च को पीसकर इसमें मिलाएँ। इस मिश्रण को अच्छी तरह मिलाएँ और ढककर 24 घंटे के लिए छोड़ दें। छानना: 24 घंटे बाद इस मिश्रण को छान लें और उसमें से तरल पदार्थ अलग कर लें। यह तरल पदार्थ ही ‘अग्नि अस्त्र खाद’ कहलाता है।
अग्नि अस्त्र खाद का उपयोग: अग्नि अस्त्र खाद को पानी के साथ 1:10 के अनुपात में मिलाएँ (1 लीटर अग्नि अस्त्र खाद और 10 लीटर पानी)। इस मिश्रण को फसलों पर, विशेषकर कीटों के प्रभाव वाले क्षेत्रों पर स्प्रे करें। इसे फसलों पर हर 15 दिन में एक बार स्प्रे करें। कीटों के आक्रमण के समय इसे हर 7 दिन में भी स्प्रे किया जा सकता है।
कीटों को मारता है: अग्नि अस्त्र खाद में मौजूद तत्व कीटों के लिए विषाक्त होते हैं और उन्हें फसलों से दूर रखते हैं। जैविक और सुरक्षित: यह खाद पूरी तरह से जैविक और फसलों के लिए सुरक्षित है। इसके उपयोग से मिट्टी की उर्वरा शक्ति भी बनी रहती है।
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पोषण प्रदान करता है: यह फसलों को आवश्यक पोषण भी प्रदान करता है जिससे उनका विकास और उत्पादन बढ़ता है। अग्नि अस्त्र खाद के उपयोग से किसान न केवल फसलों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं बल्कि उनकी उर्वरा शक्ति और उत्पादन क्षमता में भी वृद्धि कर सकते हैं।
अग्नि अस्त्र खाद का उपयोग करके किसान प्राकृतिक खेती की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा सकते हैं और रासायनिक खादों के दुष्प्रभावों से बच सकते हैं।