Tuesday, November 28, 2023
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मालवा-निमाड़ अंचल के सर्वे ने सबको चौंकाया, जिलों में 7 करोड़ से अधिक आबादी !

मध्यप्रदेश में कुल 12 संभाग है जिसमे 50 से ज्यादा जिलें है। उन जिलों में 7 करोड़ से अधिक आबादी रहती है। अब 7 करोड़ लोगों के मत का सही उपयोग हो सके इसके लिए हर एक अंचल के चुनावी गणित के साथ उस क्षेत्र में चुनावी हवा किस ओर है। ये बताने हम आपके सामने हाजिर हुए है। इस रिपोर्ट में बात होगी प्रदेश के एक ऐसे क्षेत्र की जिसको मध्य प्रदेश की सत्ता की चाबी माना जाता है और वो क्षेत्र है मालवा निमाड़ किसानों, व्यापारियों और आदिवासियों से भरे इस क्षेत्र के तहत 15 जिले आते हैं और प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 66 सीटें इसी क्षेत्र में पड़ती हैं। यह कुल सीटों का करीब 28 है।

यहां से अब तक 6 मुख्यमंत्री निकल चुके

इसे इस बात से ही समझा जा सकता है कि यहां से अब तक 6 मुख्यमंत्री निकल चुके हैं। मालवा-निमाड़ अंचल के तहत इंदौर, उज्जैन, धार, रतलाम, मंदसौर, नीमच, देवास, झाबुआ, अलीराजपुर, खरगोन, बडवानी, बुरहानपुर, खंडवा, आगर मालवा और शाजापुर जिले पड़ते हैं। इस अंचल में सबसे अधिक सीटों वाला जिला है इंदौर, जहां 9 विधानसभा सीटें आती हैं. फिर उज्जैन और धार जिले आते हैं जहां 7-7 सीटें आती हैं. इनके अलावा खरगोन में 6 तो रतलाम और देवास में 5-5 सीटें पड़ती हैं. शेष जिलों में 2 से लेकर 4 सीटें आती हैं।

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मालवा- निमाड़ सत्ता की चाबी
इस क्षेत्र में कुल जिले 15
230 विधानसभा सीटों में से 66 सीटें इसी क्षेत्र में
दो संभाग शामिल- इंदौर,उज्जैन

कौन से जिले में कितनी सीटें ?
सबसे अधिक सीटों वाला जिला इंदौर में 9 सीटें
उज्जैन और धार जिले में 7 सीटें
खरगोन में 6 सीटें, रतलाम और देवास में 5 सीटें
शेष जिलों में 2 से लेकर 4 सीटें

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चुनाव जीतने वाले दल को राजधानी भोपाल में सरकार बनाने का मौका मिलता है

मालवा-निमाड़ अंचल के पिछले कुछ राजनीतिक परिणामों को देखें तो यह साबित होता है कि यहां पर चुनाव जीतने वाले दल को राजधानी भोपाल में सरकार बनाने का मौका मिलता है क्योकि साल 2018 में जब कांग्रेस को जीत मिली थी तब मालवा निमाड़ क्षेत्र ने ही पार्टी का वनवास खत्म किया था। इस क्षेत्र में पार्टी ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था और बीजेपी से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल की थी।

2018 के चुनाव में 66 सीटों वाले मालवा-निमाड़ अंचल से कांग्रेस के खाते में 35 सीटें गई थीं तो बीजेपी को 28 सीटों पर संतोष करना पड़ा था. यहां से 35 सीटें जीतने वाली कांग्रेस को यहां पर सरकार बनाने का मौका मिला. जबकि चुनाव में कांग्रेस को 114 सीटें मिली और वह बहुमत से महज दो सीट ही दूर रह गई थी.
2020 में सत्ता पलट होने के बाद फिलहाल बीजेपी के पास मालवा निमाड़ में 33 सीटें हैं जबकि कांग्रेस के पास 30 सीटे हैं. दोनों ही पार्टियों को इस क्षेत्र की अहमियत का अंदाजा है, इसलिए दोनों ही यहां लोगों का दिल जीतने की हर संभव कोशिश कर रही है।

मालवा निमाड़ में 2018 के चुनाव में क्या हुआ ?
कांग्रेस के खाते में 35 सीटें गई
बीजेपी को 28 सीटों पर संतोष करना पड़ा
कांग्रेस को चुनाव में 114 सीटें मिलीं

2020 में सत्ता पलट के बाद क्या स्थिति ?
मालवा निमाड़ में बीजेपी के पास 33 सीटें
कांग्रेस के पास इस क्षेत्र में 30 सीटें
लोगों का दिल जीतने की हर संभव कोशिश

इस बार माहौल कांग्रेस के पक्ष में नज़र आ रहा है

2023 के विधानसभा चुनाव में अब इस बार जो ओपिनियन पोल अब तक सामने आए हैं उसके मुताबिक इस बार माहौल कांग्रेस के पक्ष में नज़र आ रहा है। पहले बात एबीपी के सी वोटर ने फाइनल ओपिनियन पोल की जाए तो केवल निवाड़ में कुल 28 सीटें है जिस पर कांग्रेस को 14 से 18 सीटों से बढ़त मिलती दिख रही है वहीँ भारतीय जनता पार्टी को 10 से 14 सीटें मिल सकती और अन्य के खाते में 1 सीट जाने का अनुमान लगाया जा रहा है।

एबीपी न्‍यूज-सी वोटर का फाइनल ओपिनियन पोल
निवाड़ में कुल 28 सीटें
कांग्रेस को 14 से 18 सीटों की बढ़त
बीजेपी 10 से 14 सीटें मिल सकती
अन्य के खाते में 1 सीट

एबीपी के मालवा रीजन की सर्वे को देखा जाए तो यहां कुल 45 सीट हैं। यहां भी बीजेपी आगे नजर आ रही है. यहां बीजेपी को 26-30 सीट, कांग्रेस को 15-19 सीट और अन्य 0-1 सीट मिलने का अनुमान है।


मालवा रीजन की सर्वे में कुल 45 सीटहैं
बीजेपी को 26-30 सीट मिल सकती
कांग्रेस के पाले में 15-19 सीट जाने का अनुमान
अन्य के खाते में 0-1 सीट

वहीं टाइम्स नाउ नवभारत के ओपिनियन पोल की माने तो मालवा निवाड़ अंचल में 66 सीटें है जिसमे कांग्रेस को 43 से 47 सीटें मिल सकती है वही इस ओपिनियन पोल में भी बीजेपी फिर पिछड़ गयी है जिसमे उसे 22 से 18 सीटें मिलती दिख रही है और अन्य के खाते में 2 सीटें जा सकती है।

टाइम्स नाऊ नवभारत का सर्वे

मालवा निवाड़ अंचल में 66 सीटें हैं
कांग्रेस को 43 से 47 सीटें मिल सकती हैं
बीजेपी 22 से 18 सीटें मिलती दिख रही है
अन्य के खाते में 2 सीटें जा सकती हैं

ज़ी न्यूज़ के सुर्वे की कहानी क्या क्या कह रही है आईये देखते है ज़ी न्यूज़ के ओपिनियन पोल के सर्वे के मुताबिक मालवा में 53 सीटें है जिस अपर बीजेपी बढ़त बनाती दिख रही है। जी हाँ बीजेपी को 28 से 30 सीटें मिल रही है कांग्रेस को 23 से 25 सीटें और अन्य को फिर 1 सीट पर संतोष करना पड़ सकता है।

ज़ी MP-CG-सी फॉर सर्वे का पोल
सर्वे के मुताबिक मालवा में 53 सीटें हैं
बीजेपी को 28 से 30 सीटें मिल रही हैं
कांग्रेस के खाते में 23 से 25 सीटें
अन्य को फिर 1 सीट पर संतोष करना पड़

जी न्यूज़ के इस सर्वे की माने तो निवाड़ में 18 सीटें है जिस अपर कांग्रेस जीतती दिख रही है ,, कांग्रेस को 12 से 14 सीटें मिल रही है वहीँ भारतीय जनता पार्टी को 4 से 6 से मिल रही है ये आंकड़ा दोनों पार्टियों के बीच बड़ा अंतर् दिखा रहा है ,, वही अन्य को 1 सीट मिल सकती है

ज़ी MP-CG-सी फॉर सर्वे का पोल
निवाड़ में 18 सीटें है जिस पर कांग्रेस जीत रही
कांग्रेस के खाते में 12 से 14 सीटें
4 से 6 सीटें बीजेपी के खाते में
अन्य को 1 सीट मिल सकती

अगर इन ओपिनियन पोल के एक एवरेज वोट शेयर की बात करे तो बीजेपी को 46 फीसदी कांग्रेस को 43 फीसदी और अन्य को 11 फीसदी वोट शेयर मिल रहा है जो दिखा रहा है की दोनों पार्टियों के बीच कितनी कांटे की टक्कर है।

Average वोट शेयर
बीजेपी – 46 %
कांग्रेस – 43 %
अन्य – 11 %

कांग्रेस और बीजेपी ने मालवा-निमाड़ क्षेत्र के आदिवासियों के बीच अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए पिछले कुछ सालों में कड़ी मेहनत की है बीजेपी जहां एक ओर अपने निचले स्तर के पार्टी कार्यकर्ताओं और विरोधियों के बीच गुस्से पर काबू पाने की कोशिश कर रही है वही कांग्रेस इस बात का फायदा उठाकर इस क्षेत्र पर फोकस बनाये हुए है अब 66 सीटों वाले इस अंचल पर अलग अलग सर्वे अलग अलग आ रहे है और पार्टियों के द्वारा अलग अलग तरह के दावे ठोके जा रहे है अब बस इन्तजार तो 17 नवम्बर का है जिसके बाद फैसला हो जायेगा की सूबे की सत्ता पर किसका राज है?

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