मेरी माटी मेरा देश अभियान अंतर्गत मिट्टी से निर्मित गणेशजी की मूर्तियों का वितरणनवप्रभा संस्था ने दिया, मिट्टी से मूर्तियां बनाकर ईको फ्रेंडली भक्ति का संदेश
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आज से शुरू होने वाले 10 दिवसीय गणेश उत्सव को लेकर बाजारों में पीओपी से बनी भगवान गणेश की मूर्तियों की भरमार है। सरकार द्वारा अनेकों बार पीओपी की मूर्तियों के बजाय मिट्टी की मूर्तियों के उपयोग को बढ़ावा देने के निर्देशों के बावजूद भी लोग इस ओर ध्यान नहीं देते है। वहीं नवप्रभा सामाजिक संस्था की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत मिट्टी की गणेशजी की मूर्तियां बनाकर लोगों को इको फ्रेंडली बनने के लिए प्रेरित किया।
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गत दिवस नवप्रभा संस्था की ओर से सुवासरा नगर के गणेश मंदिर चौराहे पर स्टॉल लगाकर 31 लोगों को मिट्टी से बनी मूर्तियां भेंट की गईं। यह मूर्तियां संस्था की सचिव टीना सोनी एवं समाजसेवी दीपा हरवानी के द्वारा मिट्टी से निर्मित की गई थीं। वितरण कार्यक्रम के दौरान टीना सोनी ने बताया कि वे पिछले 6 वर्षों से मिट्टी से मूर्तियां बनाकर लोगों को निशुल्क वितरित करने का काम कर रहीं है। इस दौरान उन्होंने कुछ अन्य महिलाओं,बालिकाओं और बच्चों को मूर्ति बनाना भी सिखाया।

मूर्ति वितरण कार्यक्रम के दौरान टीना सोनी ने बताया कि जब हम नदी या तालाब में मूर्ति विसर्जन करते हैं तो उसके बाद नदी या तालाब का पानी जहरीला हो जाता है। भगवान की मूर्ति का भी अपमान होता है। इससे बेहतर है कि मिट्टी की मूर्ति का घर में ही विसर्जन कर उसका सम्मान करें। मिट्टी से गणेश मूर्ति बनाने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही हैं। गणेश हिन्दुओं के आदि आराध्य देव है। हिन्दू धर्म में गणेश को एक विशष्टि स्थान प्राप्त है।
कोई भी धार्मिक उत्सव हो, यज्ञ, पूजन हो या फिर विवाहोत्सव हो, वह निर्विघ्न संपन्न हो इसलिए सर्वप्रथम भगवान गणेश की पूजा की जाती है। इस अवसर पर शांति शर्मा, दीपा हरवानी,अरुणा बचवाना, पिंकी राठौर,जितेंद्र मौड़ बाबूलाल राठौर,अनिल कुमार डपकरा,भीष्म सोनी,प्रवीण प्रजापति सहित अन्य भगवान गणेश के भक्त उपस्थित रहे।