Advertisment

Rewa : 48 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी नहीं बच पाई मयंक की जान, 60 फ़ीट गहराई में फंसा था मासूम

12 अप्रैल कि शाम से लगातार  रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया, जो आज दिनांक 14 अप्रैल को दोपहर 12 बजे तक चला, लगभग 50 फिट गहराई तक खुदाई कि गई, और बोरवेल में फंसे बच्चे को रेस्क्यू दल कि टीम ने 48 घंटे बाद मृत अवस्था में बाहर निकाला,

author-image
By Ankush Baraskar
New Update
rewa
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

Rewa/संवाददाता मनोज सिंह रीवा:- जिले के त्योंथर तहसील अंतर्गत मनिका गांव में विगत दिनों आदिवासी परिवार का एक 6 वर्षीय बालक जो गेहूँ के खेत में खेलते समय अचानक खुले बोरवेल के गहरे गड्डे में गिर गया, और लगभग 60 फिट कि गहराई में जाके फस गया,घटना कि सूचना जैसे ही जिला प्रशासन को मिली, प्रशासनिक अधिकारी बचाव दल के साथ मनिका गांव पहुंचे, जहाँ आधा दर्जन मशीने खुदाई में लगाई गई, घटना 12 अप्रैल कि शाम के वक्त कि है। 

Advertisment

यह भी पढ़िए :- Rewa: बैकुंठपुर क्षेत्र के माड़ो गांव के पास बाइक सवार दो लोगों कि सड़क हादसे में हुई मौत

मिली जानकारी के अनुसार.. 12 अप्रैल को शाम 5 बजे के आसपास 6 वर्षीय मयंक आदिवासी /पिता विजय कुमार आदिवासी जो खेत में खुले बोरवेल में समा गया, जिस मामले की जानकारी लगते ही त्योंथर एसडीएम संजय जैन, एसडीओपी उदित मिश्रा, जनेह थाना प्रभारी कन्हैया सिंह बघेल जो दल बल के साथ मौके पर पहुचे, और रेस्क्यू ऑपरेशन को शुरू कराया,इसके बाद रात्रि में ही कलेक्टर रीवा श्रीमती प्रतिभा पाल और एसपी विवेक सिंह भी घटना स्थल पर पहुचकर घटना स्थल का निरीक्षण किए, और रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाने तथा बोरवेल में फसे बच्चे को निकालने कि क़वायद तेज कि गई,

12 अप्रैल कि शाम से लगातार  रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया, जो आज दिनांक 14 अप्रैल को दोपहर 12 बजे तक चला, लगभग 50 फिट गहराई तक खुदाई कि गई, और बोरवेल में फंसे बच्चे को रेस्क्यू दल कि टीम ने 48 घंटे बाद मृत अवस्था में बाहर निकाला,

Advertisment

आपको बता दें कि.. बोरवेल में गिरे बच्चे को बचाने के लिए ऑक्सीजन गैस सप्लाई कि गई थी और कैमरा भी लगाया गया था, लेकिन बच्चे कि कोई मूवमेंट नजर नही आई, जो रेस्क्यू दल के लिए एक चिंता का व कठिन का विषय बन गया था,ग्रामीणों ने बताया कि बच्चे के बोरवेल में गिरते ही ऊपर से कुछ मिट्टी उसके ऊपर गिर गयी थी, जिस बजह से बच्चे का कोई मूवमेंट सामने नही आ पा रहा था, इसी बजह से रेस्क्यू दल को बच्चे को निकालने में काफी समय लग गया, 

48 घंटे चला ऑपरेशन जिंदगी बचाओ..

आपको बता दें कि बोरवेल में गिरे बच्चे को बचाने लगभग 48 घंटे तक ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन बच्चे कि जान नहीं बचाई जा सकी, रेस्क्यू दल ने बच्चे कि बॉडी को बोरवेल के गड्डे से बाहर निकाल लिया है, और पीएम के लिए त्योंथर सिविल अस्पताल भेज दिया गया है.

Advertisment

यह भी पढ़िए :- Rewa: जिले के तराई और पूर्वांचल से सौतेला व्यवहार किया भाजपा नेताओं ने बोली कांग्रेस नेत्री नीलम मिश्रा

रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान दो रात तक रीवा जिले कि कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल एवं एसपी विवेक सिंह जो घटना स्थल पर ही डटे रहे,
इस दौरान उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला, त्योंथर विधायक सिद्धार्थ तिवारी, सांसद व भाजपा प्रत्याशी जनार्दन मिश्रा, लोकसभा रीवा कांग्रेस प्रत्याशी नीलम मिश्रा सहित क्षेत्रिय जनप्रतिनिधि मौक़े पर पहुंचकर बच्चे के परिवार जनो से मिले, और बच्चे कि सलामती कि दुआँ मांगी, लेकिन ऊपर वाले कि मर्जी के आगे भला किसी चलती है, 

किसान बृजेन्द्र मिश्रा के खेत में स्थित था खुला हुआ बोरवेल, जो बना घटना का मुख्य कारण,
मनिका गांव में आदिवासी बस्ती के पास किसान बृजेन्द्र कुमार मिश्रा के खेत मे 160 फिट बोर कराया गया था, बताया जाता है कि बोर को किसान द्वारा बंद सही ढंग से बंद नहीं कराया गया था, न किसान के द्वारा कोई ध्यान ही दिया गया, जिसके कारण यह घटना घटी, यदि खुले बोरवेल को पैक करा दिया जाता तो शायद मासूम बच्चे कि जिंदगी न छीनती, अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन दोषी लोगों के खिलाफ क्या एक्शन लेता है।

Advertisment
Latest Stories