मुर्गी पालन छोड़ शुरू कर इस पक्षी का पालन, कम समय में होंगी अंधाधुंध कमाई, जानिए इसकी विशेष खुबिया और पालन का तरीका। देश में कई लोग अब खेती के साथ-साथ ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए मुर्गियां और बकरियां पालकर मुनाफा कमा रहे हैं, आज के समय में पोल्ट्री फार्मिंग भी बहुत तेजी से बढ़ रही है ऐसे में अगर आप पशुपालन से जुड़ा कोई व्यवसाय शुरू करने की सोच रहे हैं तो आज हम आपके लिए एक विदेशी पक्षी गिनी फाउल के पालन की जानकारी लेकर आए हैं.जिसे आप कम निवेश में इसका पालन शुरू कर लाखो की कमाई कर सकते है.तो चलिए जानते है इसके बारे में।
इस मुर्गी के पालन से कम समय में होगा डबल मुनाफा
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आपको बता दे यह गिनी फाउल पक्षी एक देशी पक्षी नहीं है, बल्कि एक विदेशी पक्षी है, जो आमतौर पर अफ्रीका के गिनी द्वीप समूह में पाया जाता है।इसके स्थान के कारण, पक्षी को गिनी मुर्गी कहा जाता है।ताकि इसकी पहचान उसके स्थान से की जा सके।यदि कोई व्यक्ति इस पक्षी को पालता है, तो उसे थोड़े समय में इसका अच्छा लाभ मिल सकता है।क्योंकि यह पक्षी कम लागत और कम समय में पल जाता है।तो आइये जानते है इसके पालन के बारे में
पोषक तत्वों से भरपूर होती है यह गिनी मुर्गियाँ
आपको बता दे गिनी मुर्गियाँ स्वाद और पोषण से भरपूर होती हैं। इनका मांस विटामिन से भरपूर होता है और कोलेस्ट्रॉल में कम होता है। स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं है। कीट नियंत्रण में मदद करने के साथ-साथ ये फसलों के लिए उत्कृष्ट खाद भी प्रदान करते हैं। एक मुर्गी मार्च से सितंबर के बीच औसतन 100-120 अंडे देती है। सर्दियों में प्रजनन की समस्याएं अंडे के उत्पादन को प्रभावित करती हैं।
जानिए गिनी फाउल फार्मिंग की खासियत
जानकारी के मुतबिक आपको बता दे कि गिनी पक्षी रोग भी बहुत दुर्लभ है.इस पक्षी पर मौसम का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है, चाहे वह सर्दी हो, गर्मी हो या बरसात का मौसम।इस पक्षी के अंडों को कई दिनों तक संग्रहीत किया जा सकता है।इस पक्षी का एक अंडा बाजार में लगभग 17 से 20 रुपये में बेचा जाता है।इस पक्षी को पालने की लागत का लगभग 60 से 70 प्रतिशत किसानों को खर्च करना पड़ता है।
इस प्रकार करे गिनी मुर्गी का पालन
आपको बता दे यदि आप पहले मुर्गियां पालते थे, तो आप इस गिनी मुर्गी पालन आसानी से कर सकते है क्युकी इसे मुर्गी की तरह पाला जाता है।अगर आप यह व्यवसाय पहली बार कर रहे हैं, तो आप इसे छोटे स्तर पर शुरू करें ताकि आप इसे सीख सकें।आप गिनी मुर्गी पालन के लिए केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान बरेली से संपर्क करके भी मदद प्राप्त कर सकते हैं।
जानिए गिनी मुर्गी पालन में इनकी खुराक
गिनी मुर्गी पालन के इनकी खुराक की अगर हम बात करे तो आपको बता दे इसे खुराक में मक्का, सोयाबीन, मछली का भोजन, सीप का खोल, चूना पत्थर और डीसीपी के साथ-साथ नमक, डीएल-मेथियोनीन, टीएम प्रीमिक्स, विटामिन प्रीमिक्स, बी-कॉम्प्लेक्स और कोलीन दी जाती है।
गिनी फाउल फार्मिंग से होंगी लाखो की कमाई
मुर्गी पालन छोड़ शुरू कर इस पक्षी का पालन, कम समय में होंगी अंधाधुंध कमाई, जानिए इसकी विशेष खुबिया और पालन का तरीका
गिनी फाउल फार्मिंग से किसान भाई कम समय में इन गिनी मुर्गी पालकर हर साल आसानी से 8 से 10 लाख रुपये कमा सकते हैं।वहीं अगर आप 1000 गिनीज फॉलो करते हैं तो इसके लिए आपको 5 से 10 हजार रुपये खर्च करने होंगे और साथ ही इससे भी कई गुना ज्यादा मुनाफा होगा।जिसकी मदत से किसान इनके पालन से सालाना लाखो की कमाई कर सकते है।