Neemuch News: नीमच में गलत इंजेक्शन लगाने से 26 बच्चों की हालत बिगड़ी, 6 गंभीर स्थिति में ICU में भर्ती

By Sachin

Neemuch News: नीमच में गलत इंजेक्शन लगाने से 26 बच्चों की हालत बिगड़ी, 6 गंभीर स्थिति में ICU में भर्ती

मध्य प्रदेश के नीमच जिले में एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां एंटीबायोटिक इंजेक्शन लगने के बाद 26 बच्चों की तबीयत अचानक बिगड़ गई। बताया जा रहा है कि इंजेक्शन लगने के बाद बच्चों को उल्टी, बुखार और फफोले जैसी समस्याएं होने लगीं। इन बच्चों में से 6 की हालत गंभीर होने के चलते उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया है। वहीं, 4 बच्चों के परिवारवाले उन्हें निजी अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं।

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2 से 4 साल के बच्चों की तबीयत बिगड़ी

बीमार बच्चों की उम्र 2 से 4 साल के बीच बताई जा रही है। घटना की जानकारी मिलते ही बच्चों के परिवारवालों में हड़कंप मच गया और जिला अस्पताल में उनके बच्चो के रिश्तेदारों की भीड़ लग गई। सूचना मिलने पर प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। अपर जिला मजिस्ट्रेट (ADM) ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं और इंजेक्शन की भी जांच की जा रही है।

जिला अस्पताल के बाल वार्ड में सामने आई गंभीर लापरवाही

नीमच जिला अस्पताल के बाल वार्ड में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां पर 2 से 4 साल के भर्ती बच्चों का इलाज चल रहा था। शुक्रवार रात अचानक 26 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। मिली जानकारी के अनुसार, बच्चों में एंटीबायोटिक इंजेक्शन लगाने के वजह से यह समस्या उत्पन्न हुई है। 6 बच्चों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है, जबकि कुछ बच्चों के परिवारवाले उन्हें इलाज के लिए निजी अस्पताल ले गए हैं।

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प्रशासन ने दिए जांच के आदेश

घटना के बाद ADM ने तुरंत मामले की जांच के आदेश जारी किए हैं। साथ ही, इंजेक्शन की गुणवत्ता की भी जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि आखिर बच्चों की तबीयत खराब होने की असली वजह क्या है। अस्पताल प्रशासन भी इस घटना की जांच में जुटा हुआ है।

जिला अस्पताल संघर्ष समिति ने की घटना की निंदा

जिला अस्पताल संघर्ष समिति के तरुण बाहेती ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि घटना से परिवारों में दहशत का माहौल है। कई परिजन अपने बच्चों को इलाज के लिए निजी अस्पताल ले गए हैं। प्रशासन मौके पर पहुंच कर जांच कर रहा है और स्थिति अब नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हो इसके लिए पूरी जांच आवश्यक है।

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