हरदा: विजया दशमी के पावन पर्व पर, मां नर्मदा के पावन तट पर 6 जिलों से आए स्वजनों के साथ न्याय सेना की विधिवत स्थापना हुई। जिसमें पंचायतों के भ्रष्टाचार की समाप्ति का संकल्प लिया, किसानों के साथ हो रहे अन्याय के विरुद्ध लड़ाई का बिगुल फूंका। साथ ही न्याय सेना के लिए संविधान का निर्माण भी किया।
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इस अवसर पर नर्मदापुरम जिले से सुरेंद्र लुटारेजी, अलीराजपुर जिले से गोपाल प्रजापतजी, पूंजापुरा से सूरज डावरजी, नसरुल्लागंज से गिरीश श्रीवास्तवजी, सीहोर जिले से राकेश अग्रवालजी, सिवनी मालवा से विकास ढाकाजी, के अतरिक्त हरदा जिले से आनंद जाटजी, गोपालजी गंदवाने, लोकेशजी नागले, बसंतजी गंदवाने, लेखरामजी कुड़िया, सेवारामजी बछानिया, रामेश्वरजी कापड़िया, अबगांव कला से हरनारायणजी, सोनखेड़ी से आर्यन जीवन गोल्याजी, छोटी हरदा से महेश सेनजी, ग्राम राततलाई से रामबिलास जाट जी, भादुगांव से पंकज जाटजी, इटारसी से प्रवीण बड़े गुर्जरजी, भुन्नास से राकेश सिरोहिजी एवं बड़ी छीपानेर से राकेश मोरेजी, कपिल अटरियाजी, देवेंद्र अटरियाजी की गरिमामय उपस्थिति दर्ज हुई। ये सभी मित्र न्याय सेना के संस्थापक कहलाएंगे