पशुपतिनाथ दर्शन करने गए MP के 22 श्रद्धालु नेपाल में फंसे, भारी बारिश के चलते ब्रिज-सड़कें बही

By Sachin

पशुपतिनाथ दर्शन करने गए MP के 22 श्रद्धालु नेपाल में फंसे, भारी बारिश के चलते ब्रिज-सड़कें बही

नेपाल में भारी बारिश के बीच काठमांडू में फंसे मध्यप्रदेश के 22 श्रद्धालु मुश्किल में हैं। ये सभी श्रद्धालु पशुपतिनाथ के दर्शन के लिए गए थे। इनमें डिंडोरी जिले के 7, मंडला का 1, जबलपुर के 6 और रीवा के 8 श्रद्धालु शामिल हैं। वापस लौटते समय काबरे जिले में भारी बारिश के कारण रास्ते में पुल और सड़क बह गई। सड़क नदी में तब्दील हो गई, जिससे ये श्रद्धालु वहीं फंस गए।

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सरकार से मदद की गुहार

डिंडोरी जिले के मेहदवानी के कथोटिया गांव के श्रद्धालुओं ने मध्यप्रदेश और केंद्र सरकार से वापस लाने की अपील की है। उनका कहना है कि भारतीय दूतावास के अधिकारी कोई मदद नहीं कर रहे हैं। इस बीच सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते ने बताया कि भारत और नेपाल सरकार के अधिकारियों के बीच सभी की सुरक्षित वापसी के लिए बातचीत जारी है।

नेपाल सरकार की मदद से काठमांडू पहुंचे

श्रद्धालु दुर्गा साहू ने बताया कि वे अपने साथियों के साथ 24 सितंबर को पशुपतिनाथ के दर्शन के लिए आए थे। काबरे जिले के सिंधुली घाटी और काठमांडू के बीच स्थित मंगालटार पाला क्षेत्र में रविवार को भारी बारिश हुई, जिसके चलते सड़क बह गई और वे आगे नहीं बढ़ सके। उन्होंने बताया कि हमने स्थानीय सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते को अपनी समस्या के बारे में बताया, लेकिन कोई मदद नहीं मिली।

हेलीकॉप्टर से काठमांडू पहुंचाए गए

दुर्गा साहू ने बताया कि नेपाल के बागमती के मुख्यमंत्री ने सोमवार को हेलीकॉप्टर की मदद से हमें धौली खेले अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद हमें काठमांडू ले जाया गया। मेरे साथ संतोष साहू, खुबचंद साहू, दीपत मरावी, विनोद साहू, राजेश साहू और रमेश साहू भी हैं। हम सभी एक निजी कार से नेपाल आए थे।

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दूतावास के अधिकारियों पर पैसा मांगने का आरोप

एक अन्य श्रद्धालु ने बताया कि हमने भारतीय दूतावास के अधिकारियों से बात की, लेकिन उन्होंने हमसे 7 हजार रुपये की मांग की। कोई हमारी बात सुनने के लिए तैयार नहीं है। जानकारी मिल रही है कि उत्तर प्रदेश और बिहार के रास्ते भी बंद हैं और वहां कोई वाहन नहीं चल रहे हैं।

श्रद्धालुओं की मदद के लिए तत्परता जरूरी

यह घटना ना केवल इन श्रद्धालुओं के लिए बल्कि प्रशासन के लिए भी एक बड़ी चुनौती है। समय रहते सभी की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन और सरकार को ठोस कदम उठाने होंगे। उम्मीद है कि जल्द ही ये सभी श्रद्धालु सुरक्षित अपने घर लौट आएंगे।

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