Rajgarh News: राजगढ़ जिले के पचोर में दर्दनाक सड़क हादसा, आठ वर्षीय बालक की मौत दो हिस्सों में बटा शरीर। सोमवार सुबह राजगढ़ जिले के पचोर कस्बे में एक भीषण सड़क हादसे में आठ वर्षीय बालक की दर्दनाक मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बस स्टैंड से टेंशन चौराहे की ओर जा रहे एक ट्रक ने बच्चे को कुचल दिया, जिससे उसका शरीर दो हिस्सों में बंट गया। इस भयावह घटना के बाद परिवार में मातम छा गया है। वहीं, पचोर निवासी और राजगढ़ सांसद रोडमल नागर ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से दुख व्यक्त किया है।
कैसे हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार, पचोर कस्बे के बस स्टैंड पर फलों की दुकान चलाने वाले विशाल अपने आठ वर्षीय बेटे विधान को नाश्ता कराने के लिए बस स्टैंड लाए थे। इसी दौरान बाजार से आ रहे ट्रक (नंबर MP-09 HH-1385) ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर से विधान एक तरफ गिर गया और उसके पिता दूसरी ओर। ट्रक चालक ने जल्दबाजी में विधान के ऊपर ट्रक का पहिया चला दिया, जिससे उसका शरीर कमर से दो हिस्सों में बंट गया और उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
घटनास्थल पर आक्रोश और दुख
घटना के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने मासूम के शव को अस्पताल पहुंचाया और ट्रक चालक की पिटाई शुरू कर दी। पुलिस को सूचना मिलने पर वह तुरंत मौके पर पहुंची और ट्रक चालक को हिरासत में ले लिया। इस हादसे के बाद परिवार के लोग बुरी तरह से बिलख रहे हैं। बताया जा रहा है कि विधान ने अपने पिता से बाजार जाने की जिद की थी, लेकिन परिवार को यह नहीं पता था कि वह अब कभी लौट कर नहीं आएगा।
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सांसद ने जताया दुख
घटना के बाद पचोर निवासी और राजगढ़ सांसद रोडमल नागर ने भी सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा, “पचोर बस स्टैंड पर हुई हृदयविदारक घटना से मन बहुत व्यथित है। 10 वर्षीय बालक विधान राजौरे की इस दर्दनाक हादसे में हुई मृत्यु पर मेरी संवेदनाएं परिवार के साथ हैं। ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि परिवार को इस दुख की घड़ी में सहनशक्ति प्रदान करें।”
पुलिस की कार्रवाई और स्थानीय लोगों का आक्रोश
पचोर थाना प्रभारी अखिलेश वर्मा के अनुसार, मासूम के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है और ट्रक को जब्त कर लिया गया है। मामले की जांच चल रही है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा है, खासकर भारी ट्रकों के भीड़भाड़ वाले इलाकों से गुजरने को लेकर। लोगों का आरोप है कि पुलिस अवैध रूप से लोडिंग ट्रकों को शहर में प्रवेश करने देती है, जिससे हादसे का डर बना रहता है.