Rewa News/मनोज सिंह संवाददाता रीवा: जिले का बैकुंठपुर नगर जो कई वर्षो से विकास कि बाट जोह रहा है, नगर में नगरवासियों को मीठा पानी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सरकार करोड़ों रूपये पानी कि तरह बहा दी, लेकिन उस योजना का लाभ आज तक जनता को नहीं मिला, और करोड़ों रूपये पानी कि तरह बह भी गए,आपको बताते चले कि.. केंद्र एवं प्रदेश की तमाम शहरी योजनाओं के तहत एक बड़ा बजट नगर परिषदो को मिला करता है, नगर के विकास एवं जनता कि सुविधाओ के लिए, इसके बावजूद भी विकास के कार्य सही ढंग से नहीं हो पाता है, और वह बाद में भ्र्ष्टाचार कि भेंट चढ़ जाता है.
यह भी पढ़िए :- MP News: 24 घंटे में मध्यप्रदेश में लगा हैवानियत का डेरा, एक साथ 3 मामले दर्ज, महिला सुरक्षा पर उठ रही उंगली
जी हाँ.. हम बात उस योजना कि कर रहे है जिस योजना के तहत लोगों को मीठा पानी उपलब्ध कराना था,बैकुंठपुर नगर में टोटल 15 वार्ड है, जहाँ सभी वार्डवासियों को शुद्ध मीठा पानी उपलब्ध कराने की बात कही गई थी,बैकुंठपुर नगर में मीठे पानी के लिए फ़िल्टर प्लांट भी लगा दिया गया है, जहां बीहर नदी से पानी लाया जाना है, लेकिन वह आज भी अधर में लटका हुआ है.
यह भी पढ़िए :- Holiday: छुट्टी का ऐलान, 27 सितम्बर को बंद रहे सरकारी दफ्तर फटाफट निपटा ले काम
जानकारी के मुताबिक बैकुंठपुर नगर में 30 वर्षीय जल प्रदाय योजना 7.32 करोड़ की लागत से तैयार की जा रही है, दिल्ली की कांस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा पानी की टंकी व फिल्टर प्लांट का निर्माण करा दिया गया है, लेकिन निर्माण एजेंसी समय पर कार्य पूर्ण नहीं कर सकी है,निर्माण एजेंसी का कार्य कई वर्षो से कछुए कि चाल से चल रहा है,
नगर में पाइप बिछाने का कार्य भी अभी अधूरा पड़ा हुआ है, वही जिम्मेदार मलाई छान रहे है, और जनता पीने के पानी के लिए दर दर भटक रही है, मीठा पानी मिलने का सपना वस सपना बनकर ही रह गया है।