Samandar Patel: ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी और नीमच से BJP के कद्दावर नेता समंदर पटेल ने ज्वाइन की कांग्रेस। मध्यप्रदेश में जैसे-जैसे चुनाव का समय करीब आता जा रहा है, वैसे ही प्रदेशभर में नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच दल बदल का सिलसिला भी जोरों पर है। कोई पार्टियों में मची आंतरिक कलह और गुटबाजी के चलते तो कोई सत्ता और कुर्सी के लालच में अपनी ही पार्टी से बगावत कर लेते है। खासतौर पर कांग्रेस और BJP दोनों ही पार्टियों में नेताओं के बीच दल छोड़ने की मुहीम जोरों पर है। इस लिस्ट में अब मध्यप्रदेश की सियासत के एक और बड़े नेता का नाम जुड़ गया है। दरअसल अब मध्यप्रदेश के नीमच में भारतीय जनता पार्टी और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को बड़ा झटका लगा। स्टिल
समंदर पटेल ने कमल छोड़ कमल ‘नाथ’ को चुना
जब नीमच जिले के जावद की विधानसभा सीट से भाजपा के कद्दावर नेता और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेहद करीबी कहे जाने वाले समंदर पटेल ने कांग्रेस का दामन थाम लिया। पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने राजधानी भोपाल स्थित मध्यप्रदेश कांग्रेस कार्यालय में समंदर पटेल को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह, जीतू पटवारी समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। कांग्रेस ज्वाइन करने के बाद Samandar Patel जमकर बीजेपी पर बरसे उन्होंने कहा मैंने महाराज यानि ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ पार्टी छोड़ दी। लेकिन जल्द ही, मुझे बीजेपी के भीतर घुटन होने लगी। मेरा बीजेपी में अपमान होता था, मुझे किसी भी कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया जाता था। मुझे जानबुझ कर सम्मान और शक्तिशाली पद नहीं दिया गया। इसलिए मैं पार्टी छोड़ रहा हूँ।
महाराज की तारीफ में Samandar Patel ने क्या कुछ कहा ?
लेकिन महाराज जी के प्रति मेरे मन में अब भी सम्मान है। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से मेरे सभी मुद्दे को सुलझाने की कोशिश की। लेकिन वह एक बड़े नेता और केंद्रीय मंत्री हैं, वह हमेशा मेरी मदद के लिए नहीं आ सके। आपको बता दें समंदर पटेल नीमच जिले की सियासत का बड़ा नाम है। 2020 में जब सिंधिया कांग्रेस छोड़ BJP में शामिल हुए थे, तब उन्हीं के साथ Samandar Patel ने भी BJP ज्वाइन कर ली थी। लेकिन अब करीब साढे तीन साल भाजपा में रहने के बाद अब एक बार फिर उन्होंने पार्टी बदल ली है। कुछ दिन पहले पटेल ने भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे के बाद ही पटेल ने कांग्रेस में शामिल होने का ऐलान कर दिया था। आपको बता दें Samandar Patel ने 2018 में कांग्रेस से बागी होकर जावद से निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़ा था और 33 हजार वोट हासिल किए थे। जिसकी वजह से जावद में कांग्रेस प्रत्याशी को करीब 4 हजार वोटों से करारी हार का सामना करना पड़ा था।

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1200 गाड़ियों के काफिले और समर्थकों के साथ दलबदल
दल बदल के दौरान पटेल शक्ति प्रदर्शन करते हुए जावद से करीब 1200 गाड़ियों के काफिले और अपने समर्थकों के साथ राजधानी भोपाल में स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यलय पहुंचे। Samandar Patel ने कुछ दिन पहले भाजपा की सदस्यता छोड़ कांग्रेस में शामिल होने का एलान किया था। आपको बता दें विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक नेताओं के बीजेपी छोड़ने का सिलसिला जारी है। जब से मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक आए है,, कई सिंधिया समर्थक BJP नेताओं ने पार्टी छोड़ कांग्रेस समेत कई अन्य राजनैतिक दलों के साथ हाथ मिलाया है यानि दूसरी पार्टी ज्वाइन की है। लेकिन अगर बात बड़े नामों की करें यानि सिंधिया के कट्टर समर्थक और करीबी नेता तो बैजनाथ यादव, रघुराज धाकड़ और शिवपुरी के भाजपा जिला उपाध्यक्ष राकेश गुप्ता के बाद अब इस लिस्ट में अगला नाम समंदर पटेल का है।