पूरी दुनिया उसे पानी पर महल बता रही थी। उसकी बनावट और सुविधाओं को एक सदी पहले हुई मानवीय मेहनत का बेहतरीन नमूना माना जा रहा था। वह एक चलता-फिरता शहर था। अपने दौर में उसकी शोहरत इतनी ज़्यादा थी कि हर खासो-आम की जुबान पर उसका नाम था। लेकिन फिर एक हादसा हुआ और मानव इतिहास की सबसे बड़ी कश्तियों में से एक टाइटैनिक नाम का जहाज पानी में समा गया। समंदर में दफ़न हो चुके इस बेशकीमती जहाज को पहली बार आज ही के दिन यानि 4 सितंबर, 1985 को दुनिया ने देखा था। रॉयल मेल शिप, टाइटैनिक को पानी में डूबे एक सदी से ज्यादा का समय हो गया है। लेकिन इसे आज भी लोग भुला नहीं सके हैं। इस पर 1997 में एक फिल्म भी आई थी, जिसकी तस्वीरें लोगों के जहन में अब भी ताज़ा हैं। आज ही के दिन टाइटैनिक हादसे की तस्वीरें सामने आई थीं। यह तस्वीरें जहाज डूबने के हादसे के 73 साल बाद दुनिया ने देखी थीं। ‘इतिहास के पन्नों से’ में टाइटैनिक के डूबने की पूरी कहानी देखिए।