MP के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सरकार का फोकस, गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना डिप्टी CM ने दिए निर्देश

By Sachin

MP के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सरकार का फोकस, गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना डिप्टी CM ने दिए निर्देश

Bhopal News: राज्य सरकार ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में एक्स-रे सुविधा प्रदान करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए उपमुख्यमंत्री और लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के मंत्री राजेंद्र शुक्ला ने ग्रामीण क्षेत्रों में रेडियोलॉजिस्ट तैनात करने के निर्देश दिए हैं। सोमवार को वल्लभ भवन में आयोजित बैठक में उपमुख्यमंत्री शुक्ला ने अधिकारियों को कहा कि अगर चिकित्सा मानव संसाधन में वृद्धि होती है, तो अस्पतालों में उपकरणों की कमी को पूरा किया जा सकता है। इसलिए विभाग को इस दिशा में तेजी से काम करना होगा।

यह भी पढ़े- शिवपुरी में महंत ने दिव्यांग छात्रा से किया दुष्कर्म, गर्भवती होने पर हुआ खुलासा

‘गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना सरकार की प्राथमिकता’

उपमुख्यमंत्री शुक्ला ने स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव संदीप यादव, आयुक्त तरुण राठी और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में आयोजित बैठक में कहा कि गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। इसके तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को मजबूत किया जाएगा और उन्हें प्रथम रेफरल यूनिट (FRU) के रूप में विकसित किया जाएगा। इसलिए यहां विशेषज्ञ चिकित्सा कर्मियों की तैनाती जरूरी है।

‘प्रशासनिक औपचारिकताओं के कारण देरी नहीं होनी चाहिए’

उपमुख्यमंत्री शुक्ला ने आईपीएचएस मानकों के अनुसार भर्ती प्रक्रिया की स्थिति की समीक्षा की और इसे चरणबद्ध तरीके से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सोनोलॉजिस्ट (रेडियोग्राफर) की सेवा के लिए प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे चिकित्सा अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में नियुक्त किया जाना चाहिए। इसके लिए तकनीकी समस्याओं का निदान किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षित मातृत्व और मातृ मृत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर में सुधार के लिए सोनोलॉजिस्ट की उपलब्धता जरूरी है।

यह भी पढ़े- सागर में हिंदू संगठनों ने युवती की गुमशुदगी को लेकर किया प्रदर्शन, पुलिस से जल्द कार्रवाई की मांग

‘डिजिटल तकनीक का उपयोग जरूरी’

शुक्ला ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की प्रभावी डिलीवरी और प्रबंधन के लिए डिजिटल तकनीक का उपयोग अनिवार्य है। डिजिटल प्रक्रिया के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं के प्रबंधन को मजबूत बनाने के लिए एचआरएमएस और एचएमआईएस प्रक्रिया को पूरा किया जाना चाहिए। उपमुख्यमंत्री ने सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों और अन्य चिकित्सा संस्थानों में पदोन्नति प्रक्रिया की भी समीक्षा की और इसे नियमों के अनुसार जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।

Leave a Comment