मध्य प्रदेश विधानसभा 2023 के लिए जनता ने अपना फैसला दिया है। सूबे की 230 विधानसभा सीटों पर शुक्रवार को मतदान हुआ, जिसमें करीब 2500 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम मशीन में कैद हो चुकी है। एमपी में 76.22% मतदान हुआ यह आंकड़ा पिछले चार चुनाव के मुकाबले सबसे ज्यादा है, वहीँ ग्वालियर चंबल में करीब 67.53% वोटिंग रही वही इस बार लहार वोटिंग आगे रहा तो भिंड के वोटर्स में वोटिंग के लिए कम रुझान देखा गया। भिंड में पांच विधानसभा आती है भिंड, लहार, मेहगांव, अटेर, गोहद जिसमे इस बार के चुनाव में सबसे ज्यादा वोटिंग लहार में हुई है। लहार कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविन्द सिंह राजपूत का गढ़ है।
लहार में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सबसे ज्यादा 67 फीसदी से अधिक मतदान हुआ है
जहां से बीजेपी के प्रत्याशी अमरीश शर्मा मैदान में है लहार में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सबसे ज्यादा 67 फीसदी से अधिक मतदान हुआ है। इसके विपरीत सबसे कम मतदान भिंड में हुआ है जहां से बीएसपी के संजीव कुशवाह कांग्रेस के राकेश चौधरी और बीजेपी के नरेंद्र सिंह कुशवाह मैदान में है। आपको बता दे वोटिंग शांति पूर्ण तरीके से हो सके इसलिए सभी प्रत्याशियों को नजरबंद भी किया गया था वही भिंड मध्य प्रदेश के चंबल संभाग के अंतर्गत आती है जो प्रदेश की सबसे चर्चित सीटों में से एक है। भिंड जिले की तीसरी आरक्षित विधानसभा गोहद जहां 61.4% प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया यहां से बीजेपी ने लाल सिंह आर्य को प्रत्याशी बनाया है तो वहीं कांग्रेस ने केशव देसाई पर भरोसा जताया है।
दोपहर तीन से शाम पांच बजे के बीच 6.25 और वोट पड़े
वही अटेर की बात करे तो अटेर विधानसभा में सुबह 9 बजे से दोपहर एक बजे तक 29.2 प्रतिशत और फिर दोपहर तीन से शाम पांच बजे के बीच 6.25 और वोट पड़े बात मेहगांव की तो यहां से बीजेपी के प्रत्याशी राकेश शुक्ला और कांग्रेस के राहुल भदौरिया मैदान में है। इस क्षेत्र में 31.4 प्रतिशत और तीन से शाम पांच बजे के बीच 8.09 और वोट पड़े। भिंडी ऋषि की तपोभूम कहलाने वाला भिंड अपने बगावती तेवर के लिए पूरे देश में मशहूर है इस बार के चुनाव में कितने वोटर्स का अपने वोट का उपयोग किया है ये अब आप जान ही गए होंगे बस अब जानता को इंतजार है ऐसी सरकार का जो इस क्षेत्र में क्राइम, बेरोजगारी और असुरक्षा मुद्दे पर ध्यान दे।