शरीर के अहंकार और रिश्तों के मोह से मुक्ति के बिना नहीं मिलेगा हरी से मिलन का आनंद – पं. श्री त्रिवेदी

By Sachin

शरीर के अहंकार और रिश्तों के मोह से मुक्ति के बिना नहीं मिलेगा हरी से मिलन का आनंद - पं. श्री त्रिवेदी

डूमर/ संवादाता टीकाराम बड़कुर: समस्त ग्राम वासियों के सहयोग से 5/10/2024 शनिवार से 11/10/2024 शुक्रवार तक भागवत कथा आयोजन ग्राम डूमर में खेरापती दरबार में पंडित श्री शिवेंद्र जी त्रिवेदी (तुमडा )के मुखारविंद से भागवत कथा का आयोजन हो रहा है.

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कथा के द्वितीय दिवस की शुरुवात में श्री त्रिवेदी जी द्वारा भागवत आरती और विश्व शांति के साथ की गई । पंडित श्री त्रिवेदी जी ने बताया कि अमृत और कथा अमृत में अंतर बताते हुए कहा कि अमृत आपके पुण्य नष्ट करता है और कथा अमृत आपके पाप नष्ट करता है पूज्य गुरुदेव त्रिवेदी जी ने कथा का वृतांत बताते हुए कहा कि भागवत वही अमृत कथा है जो भगवान शंकर ने माता पार्वती को सुनाई थी कथा सुनना भी आपके सबके भाग्य में नहीं होता जब तक भगवान श्री हरी की कृपा नही होती । नवरात्रि के इस पावन पर्व में कथा सुनने के लिए भक्त जन जरूर पधारे।

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