सिंदूर सिर्फ श्रृंगार नहीं, बल्कि वैवाहिक जीवन का अहम हिस्सा! जानें लगाने का सही तरीका By Pradesh Tak 07 May 2024 in Trending New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 Follow Us शेयर हिंदू धर्म में सिंदूर सिर्फ सुहाग का प्रतीक ही नहीं, बल्कि विवाहित महिला के जीवन में इसका विशेष महत्व माना जाता है. विवाह के समय, सभी रस्मों के बीच, दूल्हा दुल्हन की मांग में सिंदूर भरता है और मंगलसूत्र पहनाता है. विवाह के समय भरे गए मांग का सिंदूर और मंगलसूत्र सुहागन महिलाएं जीवन भर पहनती हैं. लेकिन क्या आप जानती हैं कि सिंदूर लगाने का सही तरीका क्या है? 900 साल पुराने मंदिर से हुआ खुलासा ओडिशा का कोरणक मंदिर यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर केंद्र में शामिल किया गया है. पुरी के पास बना यह मंदिर स्थापत्य कला और प्राचीन शिल्पियों का ऐसा उदाहरण है कि इसे देखकर वैज्ञानिक भी दंग रह जाते हैं. 13वीं शताब्दी में बने इस मंदिर की दीवारों पर महिलाओं के श्रृंगार से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण कलाकृतियां बनाई गई हैं. इसी मंदिर की दीवार पर एक मूर्ति विवाहित महिलाओं को सिंदूर लगाने का सही तरीका भी बताती है. सूर्य के इस मंदिर में माना जाता है कि सिंदूर लगाने का सही तरीका बताया गया है, ताकि विवाहित महिलाओं को सूर्य के पुत्र शनि की दृष्टि से बचाया जा सके. सिंदूर लगाने का सही तरीका क्या है? अक्सर सुहागिन महिलाएं सिंदूर की डिब्बी लेकर मांग में आगे से लगाना शुरू कर पीछे की तरफ ले जाती हैं. असल में ये तरीका गलत है. अगर सिंदूर लगाते समय आपके हाथ की छाया आपके माथे पर पड़ती है तो ये गलत है और इससे आपको शनि के दुष्प्रभावों का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए महिलाओं को जब भी सिंदूर लगाएं तो सीधे हाथ से सिंदूर लगाना चाहिए और हाथ को चेहरे के पीछे की तरफ ले जाते हुए मांग में आगे से पीछे की तरफ सिंदूर भरना चाहिए. सिंदूर लगाते समय आपका हाथ आपके चेहरे को ढकना नहीं चाहिए. पौराणिक कथा का रहस्य शनि असल में सूर्य का पुत्र है. सूर्य देव को एक महिला से प्रेम हो गया था, जिसका नाम छाया था. छाया ने ही शनि को जन्म दिया था. जैसा कि हम जानते हैं कि शनि का रंग काला है, जिसे देखकर सूर्य देव ने शनि को अपना पुत्र मानने से इनकार कर दिया था. तब से शनि और सूर्य को एक-दूसरे का शत्रु ग्रह माना जाता है. ऐसी स्थिति में, यह माना जाता है कि अगर सुहागिन महिला सिंदूर लगाती है, तो उसकी मांग में या सिंदूर पर छाया (शनि की माता का नाम) नहीं पड़नी चाहिए, नहीं तो इससे उस सुहागिन महिला पर शनि की दृष्टि पड़ सकती है. हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें अब सदस्यता लें Advertisment यह भी पढ़ें Latest Stories Read the Next Article