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UP News : बच्चों की अच्छी परवरिश के साथ तालीम जरूरी शांतिप्रिय बनो : मौलाना मदनी

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By Ankush Baraskar
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UP News : बच्चों की अच्छी परवरिश के साथ तालीम जरूरी शांतिप्रिय बनो : मौलाना मदनी

UP News/सलमान युसूफ मुरादाबाद :- मंगलवार 27 फरवरी को मंगलवार को महानगर के जामा मस्जिद पार्क में जमीयत-ए-उलमा हिंद की उत्तर प्रदेश के प्रांतीय प्रबंधक कमेटी का अधिवेशन आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मौलाना अहमद मदनी रहे। उन्होंने मंच से मुसलमानों को संबोधित किया।

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उन्होंने कहा मौजूदा समय में बच्चों को तालीम देना बहुत जरुरी है। उन पर ध्यान देना जरुरी है। हर मां-बाप पर जरुरी है कि वह अपने बच्चों को ज्यादा से ज्यादा तालीम दिलाई और उनकी अच्छी परवारिश करे। जिससे बच्चें पढ़-लिखकर देश का नाम रोशन करे। हमे खुद को मजबूत करते के लिए समाज को सुधारना पड़ेगा। जिसमें मुसलमानों को चाहिए कि वह नमाज की पाबंदी करे। ऐसे लोगों से लड़ने के लिए हमेशा तैयार रहे जो मुसलमान होकर भी गलत और हराम काम कर रहे है। सबसे पहले उनसे लड़ना है। तभी हम मजबूत होंगे। यह बात महानगर पहुंचे जमीयत-ए-उलमा हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने कही।

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उन्होंने कहा कि बच्चों की तरबियत बड़ी जरुर चीज है। मैं मां-बाप से कहता हूं कि अपनी औलाद पर भरपूर तरीके से ध्यान दे। उन्हे अच्छी तालीम दे। उन्होंने कहा कि आज हम ऐसी परिस्थितियों में यहां एकत्र हुए हैं, जहां हमारे धैर्य का परीक्षण है, लेकिन हमारा साहस, हमारी हिम्मत विपरीत परिस्थितियों के बावजूद पहले से ज्यादा मजबूत है। हम इस विश्वास के साथ एकत्र हुए हैं कि यह बैठकें, खाने और चले जाने की बैठकें नहीं होंगी, न ही यह हमारी ओर से उत्साह और जोश को महज जबानी खर्च के तौर पर व्यक्त किया जाएगा। बल्कि, यह समय मैदान में निकल कर काम करने का है, हमें यह कृत संकल्प करना होगा कि हम साहस के साथ अच्छे जीवन के निर्माण के लिए निरंतर संघर्ष करें।

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एक दूरगामी और दीर्घकालिक नीति के तहत हमें बदलाव के लिए काम करना होगा और बदलाव की यह यात्रा खुद से शुरू होती है। उन्होंने कहा कि कौमों की जिंदगी में परेशानियां आती रहती हैं। अल्लाह ने कुरान में फरमाया है कि हम तुम्हारी तुम्हारे ईमान के कारण परीक्षा लेंगे, लेकिन यह परीक्षा हमें तोड़ने के लिए नहीं, बल्कि अल्लाह से इनाम के लिए है। यदि हम दृढ़ता के साथ आगे बढेंगे तो हमें इनाम मिलेगा और यदि हमने हिम्मत हारी तो हमारी रक्षा करने वाला कोई नहीं है।

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