वरिष्ठ नेता अंतरसिंह दरबार का टिकट कटने से छाई समर्थकों में नाराजगी, निर्दलीय चुनाव लड़ने की आशंका! जानकारी के लिए बता दे कांग्रेस के दिग्गज नेता अंतरसिंह दरबार का टिकट कट चूका है। जिसके बाद से कार्यकर्ताओं में नाराजगी बनी हुई है। इसके चलते विरोध में बैठकें भी हो रही है साथ ही रैलियां निकालने की तैयारियां शुरू हो चुकी है। कांग्रेस की दूसरी लिस्ट आ चुकी है, जिसके बाद से ही कई क्षेत्रों में विरोध की आवाज गरज रही है।
रामकिशोर शुक्ला को टिकट दिए जाने को लेकर विरोध किया जा रहा
इन सब सीटों में से एक सीट महू की भी है। कांग्रेस की कल आई लिस्ट में महू से रामकिशोर शुक्ला को टिकट दिए जाने को लेकर विरोध किया जा रहा है। इस लिस्ट के चलते सुबह नांदेड़ गांव में अंतरसिंह दरबार के समर्थक इकट्ठा हो हुए है और इसके साथ ही जमकर नारेबाजी भी की है। वरिष्ठ नेता अंतरसिंह दरबार निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय कर सकते है।
अंतरसिंह दरबार लगातार तीन चुनाव हार गए

लम्बे समय से चुनाव लड़ने के बाद भी अंतरसिंह दरबार लगातार तीन चुनाव हार गए है। साल 2008 में कैलाश विजयवर्गीय ने अंतरसिंह दरबार को चुनाव में हराकर यह सीट बीजेपी की झोली में डाल दी थी, इसके बाद दूसरी बार भी उन्हें हरा दिया था। इसके बाद तीसरी बार उषा ठाकुर ने उन्हें हराया था। इनका टिकट कट चूका है जिसके बाद वह निराश समर्थक रैली निकालकर सभा भी करते नजर आ रहे है। बताया जा रहा है की दरबार अपने समर्थकों से बातचीत के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ सकते है। अंतरसिंह दरबार महू विधानसभा से पहले भी दो बार विधायक रह चुके है।
उषा ठाकुर को सात हजार वोटों से मिली थी जीत
जानकारी के लिए बता दे की 2 लाख 55 हजार मतदाताओं वाली महू विधानसभा सीट पर अब तक कांग्रेस ने 5 बार जीत दर्ज की है। बीजेपी सिर्फ 3 बार ही जीत में कामयाब हो पाई है। वैसे तो इस विधानसभा सीट पर जीत और हार में बहुत ज्यादा फर्क नहीं रहा है। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में पूर्व विधायक और कांग्रेस के दिग्गज नेता अंतर सिंह दरबार ने मंत्री उषा ठाकुर को केवल 7 हजार 157 वोटों के अंतर पर पहुंचा दिया था। जिसके चलते अंतरसिंह दरबार को इस बार पूरी उम्मीद लगा बैठे थे की कांग्रेस पार्टी उनको टिकट जरूर देगी।