मध्यप्रदेश के पांढुरना जिले के बीजेपी प्रत्याशी प्रकाश भाऊ उइके पर खेत खरीदी में धांधली करने का आरोप सामने आया है। एक महिला का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने से राजनीतिक गलियारे में चर्चा का माहोल गर्म है। विधानसभा चुनाव के नामनिर्देशन पत्र वापस लेने के अंतिम दिन शाम होते ही शहर में एक आधिवासी महिला और उसके के पुत्र और पुत्री का बीजेपी प्रत्याशी प्रकाश भाऊ उइके पर खेत खरीदी में धांधली करने के आरोप का वीडियो सामने आया है। वीडियो में दिख रही महिला ग्राम मांडवी की आदिवासी महिला सकली बाई है।
बीजेपी प्रत्याशी प्रकाश भाऊ उइके ने उनकी जमीन ली और पैसे नहीं दिए
जो ये दावा कर रही है की बीजेपी प्रत्याशी प्रकाश भाऊ उइके ने उनकी जमीन ली और पैसे नहीं दिए साथ ही उनके धोखे से साइन लिए है। हालाकि प्रदेश तक दिखाए गए इस वीडियो की पुष्टि नही करता है। वहीं बीजेपी प्रत्याशी प्रकाश भाऊ उइके ने इस वीडियो में आरोप लगा रही आदिवासी महिला के पति रामसिंह उईके से डेढ़ साल पहले खेत खरीदना कबूल किया है। जिसकी राशि चैक के माध्यम से क्रेता के खाते जमा है। उन्होंने कहा मेरे पास प्रमाणिक रजिस्ट्री है और यह एक चुनावी षडयंत्र है। उन्होंने कहा हमने पांढुरना थाना में शिकायत दर्ज की है।
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निर्दलीय प्रत्याशी हूं और चुनाव लड़ रहा हुं – प्रकाश भाऊ
जिसमे आरोपी सकली बाई और निलेश उईके के साथ अन्य वीडियो बनाने वाले अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध, धारा 388, 384, 386, 503 के साथ अन्य धाराओं और आई.टी. एक्ट सांसद नकुल नाथ, कमल नाथ पर एस सी/ एसटी एक्ट की धारा के अंतर्गत कार्यवाही करने की मांग की है। वीडियो में दिख रही महिला के पति रामसिंह उइके ने इस मामले को लेकर कहा की मै भी विधानसभा पांढुरना चुनाव का निर्दलीय प्रत्याशी हूं और चुनाव लड़ रहा हुं। उन्होंने कहा 2 वर्ष पहले प्रकाश भाऊ से खेत का सौदा किया था। जिसके पैसे पूरे मिले है। चुनाव के कारण अज्ञात लोगो ने षडयंत्र रचा है। मैं 2 महीने से परिवार से अलग हू। अब देखना यह होगा की चुनाव के समय में लगे आरोपों पर और क्या प्रतिक्रिया सामने आती है।