Drone Didi Yojna : महिलाओ को मिलेंगा ड्रोन बजट में मिले 500 करोड़ रुपये, जाने किस तरह उठाये इसका लाभ 23 जुलाई, मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश किया था। इस बजट में कृषि क्षेत्र के लिए कई योजनाओं की घोषणा भी की गई है। उन्हीं में से एक महत्वाकांक्षी योजना है केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा शुरू की गई नमो ड्रोन दीदी योजना। इस योजना का लक्ष्य कृषि के क्षेत्र में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। इस खास योजना के लिए सरकार ने 500 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। आइए जानते हैं कि आप कैसे बजट के इस 500 करोड़ रुपये का लाभ उठा सकती हैं।
15000 महिलाओं को किया जाएगा सशक्त
नमो ड्रोन दीदी योजना का उद्देश्य 2023-24 से 2025-2026 के दौरान स्वयं सहायता समूहों की 15000 महिलाओं को ड्रोन उपलब्ध कराना है, ताकि वे किसानों को किराये पर सेवाएं दे सकें। सरकार ने इस योजना की शुरुआत नवंबर 2023 में की थी। पीएम मोदी जी ने नमो ड्रोन दीदी योजना की शुरुआत इसलिए की ताकि ड्रोन के इस्तेमाल में महिलाएं आगे आएं और ग्रामीण महिलाओं को बेहतर रोजगार के अवसर मिल सकें। इस योजना के तहत कई ग्रामीण महिलाएं ड्रोन दीदी बनकर और अपना काम चलाकर अच्छी कमाई कर रही हैं।
योजना के लाभ क्या हैं?
इस योजना के तहत सरकार ड्रोन उड़ाने के लिए निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान करती है। साथ ही, सरकार ने ड्रोन खरीदने पर सब्सिडी और लोन की सुविधा भी दी है। महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन खरीदने पर सब्सिडी मिलती है। सरकार ड्रोन की लागत का 80 प्रतिशत या अधिकतम 8 लाख रुपये तक सब्सिडी देती है। ड्रोन की बाकी लागत के लिए एआईएफ से लोन की सुविधा भी उपलब्ध है। इस लोन को मामूली 3 प्रतिशत ब्याज दर पर चुकाना होता है। महिला स्वयं सहायता समूह ड्रोन की मदद से सालाना एक लाख रुपये तक की अतिरिक्त कमाई कर सकती हैं।
प्रशिक्षण में क्या होता है?
नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत महिलाओं को ड्रोन उड़ाने, डेटा विश्लेषण और ड्रोन रखरखाव से संबंधित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें महिलाओं को ड्रोन के जरिए खेतों की निगरानी करना, कीटनाशक और उर्वरक छिड़कना और बीज बोना जैसे विभिन्न कृषि कार्यों के लिए प्रशिक्षित किया गया है।
योजना का लाभ कैसे उठाएं?
ड्रोन दीदी योजना का लाभ उठाने के लिए आपका स्वयं सहायता समूह की सक्रिय सदस्य होना जरूरी है।
इसके अलावा, महिला का भारतीय नागरिक होना भी आवश्यक है।
योजना का लाभ उठाने के लिए महिला की आयु 18 से 37 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
योजना के तहत चुनी गई महिला को 15 दिनों का ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
ड्रोन दीदी के रूप में काम करने वाली महिला को 15,000 रुपये का वेतन मिलेगा।
10 से 15 गांवों का समूह बनाकर महिलाओं को ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण दिया जाता है।
योजना के माध्यम से महिलाओं का वेतन सीधे उनके खाते में जमा किया जाता है।
कौन से दस्तावेज जरूरी हैं?
योजना का लाभ उठाने के लिए इन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:
- आधार कार्ड
- स्थानीय निवास प्रमाण पत्र
- पैन कार्ड
- फोन नंबर
- ईमेल आईडी
- पासपोर्ट साइज फोटो
- स्वयं सहायता समूह पहचान पत्र