Susner: मुस्लिम धर्म के लिए 12 महीनो में से एक रमजान का महीना, सुसनेर की सात वर्ष की निमरा शेख ने भी रखा रोजा नगर के नगर परिषद के कर्मचारी आबिद खान की सात वर्षीय बेटी निमरा ने भी इस बार रमजान महीने में अपना पहला रोजा रखा है। By Ankush Baraskar 26 Mar 2024 in Mp News New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 Follow Us शेयर Susner/संवाददाता संजय चौहान सुसनेर:- रमजान मुसलमानो के लिए 12 महीनो में से रमजान का महीना पवित्र और अफजल होता है। रमजान का पवित्र महीना चल रहा है जो 10 अप्रैल तक चलेगा एवं 11 अप्रैल को ईद मनाई जाएगी। रमजान के पवित्र महीने में मुस्लिम लोग रोजा रखकर अल्लाह की इबादत करते हैं. सुबह की सेहरी के समय रोजे की शुरुआत की जाती है और शाम को इफ्तार के समय रोजा खोल लिया जाता है। नगर के नगर परिषद के कर्मचारी आबिद खान की सात वर्षीय बेटी निमरा ने भी इस बार रमजान महीने में अपना पहला रोजा रखा है। Advertisment यह भी पढ़िए :- Rewa: जनेह थाना पुलिस ने अवैध नशे के विरुद्ध कार्यवाई करते हुए भारी मात्रा में अवैध शराब जप्त कर दो आरोपियों के विरुद्ध की कार्यवाई पवित्र रमजान के इस महीने में 20 रकात नमाज तराबी की पढ़ी जाती है और इन बीस रकातों में कुरान सुनाया जाता है। इस्लाम का सबसे पवित्र महीना रमजान है। इस्लामी कैलेंडर के नौंवे महीने को रमजान का महीना कहा जाता है। इस महीने की शुरुआत चांद दिखने के बाद होती है. रमजान के दौरान मुस्लिम लोग रोजा रखकर अल्लाह की इबादत करते हैं। रमजान का महीना खत्म होने के बाद ईद का त्योहार पूरे विश्व में धूमधाम से मनाया जाता है। रमजान में मुस्लिम लोग रोजा रखने के लिए सुबह सूर्योदय से पहले ही सेहरी खा लेते हैं, जिसके बाद पूरे दिन भूखे-प्यासे रहकर खुदा का नाम लेते हैं और इबादत करते हैं। शाम को इफ्तार के समय रोजा खोल लिया जाता है। यह भी पढ़िए :- Chhatarpur: छतरपुर थाना कोतवाली की नशा विरुद्ध अभियान के तहत छापामार कार्यवाही, 135 लीटर अवैध शराब जप्त Advertisment माह ए रमजान में होते हैं तीन अशरे (भाग), हर अशरे का है अलग महत्व एक अशरा 10 दिन का होता है जो अलग अलग नाम से जाने जाते है पेहला अशरा राहमत का होता है। दूसरा अशरा मगफिरत का यानी गुनाहों की माफी का तीसरा अशरा आग से खुलासिका यानी जहन्नम की आग से बचने का है। रमजान के तीसरे हिस्से में पांच राते जागी जाती है जो बड़ी कीमती रातें होती है। इन रातों में शबे कद्र की रात आती है जिसमें अल्लाह सातवें आसमान पर आते हैं और हर अपने बंदों की मुराद पूरी करते है। यह रातें है जिसमें शबे कद्र आतीं हैं 21.23.25.27.29 इन रातों में मर्द औरत बच्चे जागते हैं और अल्लाह की इबादत करते हैं मर्द मस्जिद में और औरतें घर में अल्लाह की इबादत करते हैं। और इन्हीं दस दिन में ऐतेकाफ में मस्जिदों में मर्द और घरों में औरतें बैठती है। और इस महीने में गरीबों और यतीमों और विधवाओं को सदका फित्रा दान दिया जाता है। #susner news #susner hindi news #susner news today #ramjan mubarak हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें अब सदस्यता लें Advertisment यह भी पढ़ें Latest Stories Read the Next Article