रीवा/संवाददाता मनोज सिंह: विन्ध्य में औद्योगिक निवेश के लिए रीजनल इंडस्ट्री कॉनक्लेव में बड़े उद्यमियों ने दिखाया उत्साह,.में प्रदेश के पाँचवे रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने शुभारंभ किया, कृष्णा राजकपूर आडिटोरियम में आयोजित भव्य समारोह में विन्ध्य में औद्योगिक निवेश की संभावनाओं पर मुख्यमंत्री डॉ यादव के समक्ष उद्योगपतियों ने खुलकर अपने विचार रखे, विन्ध्य में बिजली, पानी, परिवहन के अच्छे साधन पर्याप्त खनिज, वन संपदा और औद्योगिक निवेश के लिए सकारात्मक वातावरण से उद्योगपति अभिभूत हुए.
उद्घाटन समारोह में डालमिया ग्रुप के महाप्रबंधक पुनीत डालमिया ने कहा कि रीवा जैसे शहर में बहुत शानदार तरीके से इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया है, इससे विन्ध्य में औद्योगिक निवेश के बड़े अवसर पैदा होंगे, समारोह में प्रदेश के बड़े अधिकारियों ने मध्यप्रदेश की जो तस्वीर प्रस्तुत की है उससे सभी उद्योगपति बहुत प्रभावित हैं, विन्ध्य में डालमिया उद्योग चार लाख टन उत्पादन क्षमता का सीमेंट प्लांट लगाने जा रहा है, इसमें तीन हजार करोड़ रुपए का निवेश होगा, यह प्रदेश का नवकरणीय ऊर्जा पर चलने वाला पहला सीमेंट प्लांट होगा, विन्ध्य में पर्यटन के विकास में भी हमारा ग्रुप निवेश करेगा,
वही पतंजलि ग्रुप के महाप्रबंधक आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि हमारे ग्रुप में काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों ने बहुत बड़ी संख्या मध्यप्रदेश के निवासियों की है, विन्ध्य कला, संस्कृति और संस्कार की भूमि है, पूरा मध्यप्रदेश शांति का टापू है, पतंजलि ने स्वदेशी उत्पादों और नवीन टेक्नॉलाजी को लगातार बढ़ावा दिया है, मध्यप्रदेश के रूचि सोया प्लांट को नया जीवन देकर पतंजलि ने कई खाद्य उत्पाद बना रहा है, मध्यप्रदेश में फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के लिए हम किसानों का सहयोग कर रहे हैं, मध्यप्रदेश के कई जिलों में सरसों, अन्य तिलहनों तथा औषधीय पौधों की खेती के लिए किसानों को नि:शुल्क प्रशिक्षण देकर सहयोग कर रहे हैं, ऑर्गेनिक खेती की उपज को किसानों से सीधे खरीदकर उन्हें लाभ दे रहे हैं, पतंजलि उज्जैन में उद्योग और आयुर्वेदिक केन्द्र की स्थापना करेगा, सोलर एनर्जी और आईटी के क्षेत्र में भी हम बड़ा निवेश करेंगे.
समारोह में रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रेसिडेंट एचके त्रिपाठी ने कहा कि हमारा उद्योग जन कल्याण और देश के विकास में सतत योगदान के लक्ष्य को लेकर लगातार निवेश कर रहा है, कपड़ा उद्योग, मोबाइल सेक्टर, ऊर्जा क्षेत्र सहित अनेक क्षेत्रों में कार्य हो रहे हैं, शहडोल में मीथेन गैस का दोहन करके उसका ऊर्जा के रूप में उपयोग किया जा रहा है, हम विन्ध्य क्षेत्र में धान की पराली, केले के अवशेष तथा अन्य खेती के अवशेषों से बिजली बनाने का प्लांट शीघ्र ही लगाएंगे, ऑर्गेनिक खाद का उत्पादन करके पर्यावरण संरक्षण एवं किसानों की आय बढ़ाने में सहयोग करेंगे, समारोह में रामा ग्रुप के सीएमडी श्री नरेश गोयल ने कहा कि हम सतना जिले में 1998 से लकड़ी पर आधारित उद्योग संचालित कर रहे हैं, शीघ्र ही लकड़ी पर आधारित दो नई इकाईयों की विन्ध्य में स्थापना की जाएगी, लगभग सौ करोड़ का हम निवेश करने जा रहे हैं, साथ ही 400 करोड़ का एमडीएफ यूनिट स्थापित करने की योजना पर भी कार्य हो रहा है, वर्तमान में उत्तराखंड में प्लाईवुड यूनिट और छत्तीसगढ़ में दो यूनिट स्टील आयरन की भी लगाई गई हैं, वुड बेस्ड इंडस्ट्री वनों पर आधारित नहीं है, यह अब एग्रो बेस्ड वुड पर आधारित हो गया है, समारोह में अडाणी ग्रुप के भिमसी कचोट ने कहा कि हमारा ग्रुप मध्यप्रदेश में सीमेंट और ऊर्जा के क्षेत्र में पहले ही बड़ा निवेश कर चुका है, हमारे दो प्रोजेक्ट पीपीपी मोड पर तैयार हो रहे हैं, हम ऊर्जा के क्षेत्र में भी निवेश बढ़ाएंगे, मध्यप्रदेश में निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए बहुत ही सकारात्मक नीतियाँ हैं,
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव प्रदेश के विकास का यज्ञ है – मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने रीवा के कृष्णा राजकपूर आडिटोरियम में प्रदेश की पाँचवी रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का शुभारंभ किया, मुख्यमंत्री ने विन्ध्य के औद्योगिक विकास के लिए कई घोषणाएं की, मुख्यमंत्री ने कहा कि विन्ध्य में प्राकृतिक संसाधन, खनिज पदार्थ और उद्योगों के विकास के लिए सभी साधन उपलब्ध हैं, रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में उद्योगों के विकास के लिए जिस सकारात्मक वातावरण का निर्माण किया है उससे विन्ध्य में भारी मात्रा में निवेश होगा, रीवा में इस कार्यक्रम के लिए शानदार व्यवस्थाएं की गईं, यहाँ निवेश के लिए कई उद्योगपति इच्छुक हैं, रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव केवल एक कार्यक्रम नहीं है यह प्रदेश के औद्योगिक विकास का यज्ञ है, इसमें सरकार की नीतियों को अमली जामा पहनाने में प्रशासन की टीम ने बहुत शानदार काम किया है, हर विभाग ने बेहतर से बेहतर प्रदर्शन किया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि रीवा में दो दिन पहले ही एयरपोर्ट का शुभारंभ किया गया है, विन्ध्य के विकास को गति देने तथा निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सिंगरौली और कटनी में कंटेनर डिपो बनाए जाएंगे, साथ ही निर्यात को बढ़ावा देने के लिए आईएसडी कंटेनर तथा लॉजिस्टिक पार्क भी बनेंगे,
रीवा और सतना में नए औद्योगिक क्षेत्र एवं सिंगरौली, मऊगंज और मैहर जिलों में एमएसएमई के नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जाएंगे,
बैढ़न औद्योगिक केन्द्र में पानी की आपूर्ति के लिए 84 लाख रुपए की नई योजना मंजूर कर ली गई है, विन्ध्य में हेल्थ टूरिज्म का विकास करने के लिए कई प्रयास किए जाएंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सीधी जिले के संजय दुबरी अभ्यारण्य में विश्व स्तरीय पर्यटन सुविधाओं का विकास किया जाएगा, पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए निजी क्षेत्र के सहयोग से होटल रिसार्ट आदि का विकास किया जाएगा, प्रदेश में बड़े उद्योगों की स्थापना के मामले में यदि नियमों में परिवर्तन की आवश्यकता होगी तो कैबिनेट में प्रस्ताव लाकर उद्योगों को सहूलियत देंगे, समारोह में उप मुख्य मंत्री राजेन्द्र शुक्ल सहित प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास और श्रम मंत्री तथा रीवा जिले के प्रभारी मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
अपर मुख्य सचिव ऊर्जा मनु श्रीवास्तव ने ऊर्जा और नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश के अवसरों तथा प्रमुख सचिव उद्योग राघवेन्द्र कुमार सिंह ने औद्योगिक विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी, समारोह में अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय दुबे, प्रमुख सचिव पर्यटन शिवशेखर शुक्ला ने विन्ध्य में विकास के विभिन्न आयामों की जानकारी दी,
समारोह में मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से 21 औद्योगिक इकाईयों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया,
इनकी कुल लागत 2690 करोड़ रुपए है, मुख्यमंत्री ने रीवा में कालेज चौराहे में 50 हजार वर्ग फिट में बनाए जा रहे 10 मंजिला आईटी पार्क का भी भूमिपूजन किया, इसकी लागत 66.71 करोड़ रुपए है, रीवा के चोरहटा औद्योगिक केन्द्र को बिजली की निर्बाध आपूर्ति के लिए मुख्यमंत्री ने औद्योगिक केन्द्र में विद्युत सब स्टेशन निर्माण का भूमिपूजन किया, समारोह में रीवा और सतना में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एकेएस यूनिवर्सिटी सतना तथा पर्यटन विकास निगम के बीच समझौते पर हस्ताक्षर किए गए, मुख्यमंत्री के समक्ष नगर निगम रीवा ने औद्योगिक केन्द्र चोरहटा को औद्योगिक जल की आपूर्ति के समझौते पर हस्ताक्षर किए.
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्रीमती राधा सिंह, नगरीय आवास राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी, सांसद रीवा जनार्दन मिश्रा, सांसद सतना गणेश सिंह, सांसद सीधी डॉ राजेश मिश्रा, विधायक गुढ़ नागेंद्र सिंह, विधायक मऊगंज प्रदीप पटेल, विधायक सिरमौर दिव्यराज सिंह, विधायक त्योंथर सिद्धार्थ तिवारी, विधायक मनगवां नरेन्द्र प्रजापति, डॉ अजय सिंह, उपस्थित रहे।