मध्यप्रदेश में सड़क विकास कार्यों में तेजी लाई जा रही है और अब झाबुआ जिले को भी दो महत्वपूर्ण सड़कों का तोहफा मिला है। हाल ही में वित्तीय लेखा व्यय समिति की बैठक में रायपुरिया-जामली-सारंगी-करवड़ मार्ग और मोहनपुरा-धतुरिया-झाकनवाड़ा-टिमायची मार्ग को मंजूरी दी गई है। दोनों परियोजनाओं पर कुल ₹139 करोड़ से अधिक खर्च किया जाएगा और इन सड़कों की चौड़ाई अब सात मीटर की जाएगी। पेटलावद विधानसभा क्षेत्र, जो राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया का क्षेत्र है, को विशेष प्राथमिकता मिली है।
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सिंहस्थ 2028 को ध्यान में रखकर तैयार हो रही सड़कें
ये सड़कें सिर्फ क्षेत्रीय विकास ही नहीं, बल्कि 2028 में उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ के दृष्टिकोण से भी अहम मानी जा रही हैं। प्रयागराज कुंभ में देखी गई ट्रैफिक चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए इस बार पहले से वैकल्पिक मार्गों को सुदृढ़ किया जा रहा है। ये सड़कें झाबुआ, अलीराजपुर, धार और गुजरात के कुछ हिस्सों से उज्जैन जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए वैकल्पिक और सुगम रास्ते बनेंगी।
पिटोल मार्ग अब भी स्वीकृति की राह में
हालांकि 2023 के अनुपूरक बजट में घोषित दो और सड़कों में से केवल मेघनगर मार्ग को मंजूरी मिल सकी। राजगढ़-पारा से पिटोल तक की महत्वपूर्ण सड़क, जिसकी लागत ₹119 करोड़ है, अब भी प्रतीक्षा में है। यह मार्ग झाबुआ और धार जिले की सीमा से गुजरता है और भारी ट्रैफिक का सामना करता है। स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि अगली सूची में इसका भी नाम शामिल होगा।