मुकेश अम्बानी ने लगा दी BSNL की नइया पार,15 दिन में BSNL हो गयी मालमाल भारत संचार निगम लिमिटेड यानी BSNL एक सरकारी टेलीकॉम कंपनी है, जो अपने किफायती प्लान्स के लिए जानी जाती है। हालांकि ये काफी पुरानी कंपनी है, लेकिन हाल ही में प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों द्वारा अपने टैरिफ प्लान्स के दाम बढ़ाने के बाद चर्चा में आई है। सबसे पहले देश के सबसे अमीर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी की टेलीकॉम कंपनी रिलायंस Jio ने अपने रिचार्ज प्लान्स महंगे किए। कंपनी ने रिचार्ज प्लान्स के दामों में 12.5 से 25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की। इसके बाद अन्य टेलीकॉम कंपनियों एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया ने भी दाम बढ़ा दिए।
बढ़े हुए दामों से नाराज लोगों ने आलोचना शुरू कर दी। सोशल मीडिया पर #Boycottjio और #bsnlकिघरवापसी जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। लोग सरकारी टेलीकॉम कंपनी BSNL की तरफ रुख करने लगे और अपने नंबर पोर्ट करने की बात करने लगे। प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों के टैरिफ प्लान्स के दाम बढ़ने की वजह से लोग BSNL की ओर वापस लौटने लगे हैं।
BSNL की सेवा
BSNL अपने किफायती रिचार्ज प्लान्स के लिए तो मशहूर है ही। यही वजह है कि ज्यादातर लोग Jio या Airtel से अपना नंबर बीएसएनएल में पोर्ट करा रहे हैं। लेकिन, सेवा के मामले में बीएसएनएल प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों से काफी पीछे है। प्राइवेट कंपनियां 5G सेवा दे रही हैं। वहीं, BSNL अभी भी 4G सेवा ही दे रही है। यही वजह है कि आज के समय में बीएसएनएल प्राइवेट कंपनियों से काफी पीछे है। लेकिन, ऐसा हमेशा नहीं रहा।
कभी थी नंबर वन कंपनी
एक समय BSNL देश की सबसे आगे की टेलीकॉम कंपनी हुआ करती थी। इसका यूजर बेस भी बहुत अच्छा था। करीब 20-25 साल पहले बीएसएनएल का टेलीकॉम मार्केट शेयर 18% से ज्यादा था, जो अब 2.5% से भी कम है। हालांकि, अब हालात बदल रहे हैं। प्राइवेट कंपनियों द्वारा रिचार्ज प्लान्स के दाम बढ़ाने से BSNL के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं साबित हुआ है। जुलाई के पहले 15 दिनों में ही 15 लाख से ज्यादा यूजर्स जुड़ चुके हैं। पिछले 8 सालों में 7 करोड़ यूजर्स बीएसएनएल छोड़कर जा चुके थे। BSNL को अब अपनी सेवा में और सुधार करने की जरूरत है।