केन्द्र सरकार वित्तीय वर्ष 2024-2025 के लिए एथनॉल और चीनी की न्यूनतम बिक्री मूल्य (Sugar MSP) में वृद्धि पर विचार कर रही है। केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने गुरुवार को बताया कि एथनॉल की कीमत बढ़ाने का प्रस्ताव सरकार के विचाराधीन है। इसके साथ ही पेट्रोलियम मंत्रालय भी इस मामले की समीक्षा कर रहा है।
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चीनी MSP बढ़ाने पर भी विचार
एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि सरकार चीनी की न्यूनतम बिक्री मूल्य में वृद्धि के प्रस्ताव पर भी विचार कर रही है। आपको बता दें कि फरवरी 2019 में तय किए गए ₹31 प्रति किलोग्राम के दाम के बाद से चीनी MSP में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
चीनी मिलों को राहत देने की दिशा में कदम
वर्तमान में गन्ने के रस से बनने वाले एथनॉल की कीमत ₹65.61 प्रति लीटर है, जबकि बी-हेवी शीरा से बनने वाले एथनॉल की कीमत ₹60.73 प्रति लीटर और सी-हेवी शीरा से बनने वाले एथनॉल की कीमत ₹56.28 प्रति लीटर है।
चीनी उत्पादन के संबंध में केंद्रीय मंत्री ने उम्मीद जताई है कि 2024-25 के सीजन में अच्छा उत्पादन देखने को मिल सकता है। उनका मानना है कि बेहतर मानसून के चलते यह संभव है। इन कीमतों में वृद्धि से भारत की एथनॉल मिश्रण पहल को बढ़ावा मिलेगा और चीनी क्षेत्र को आवश्यक राहत मिलेगी। जानकारी के लिए बता दें कि फिलहाल भारत सरकार ने पेट्रोल में 20% एथनॉल मिश्रण की मंजूरी दी है। ऐसे में एथनॉल की कीमत बढ़ने से पेट्रोल भी महंगा हो सकता है।
गन्ने की बुवाई में सुधार
वहीं, कृषि मंत्रालय द्वारा 23 सितंबर को जारी आंकड़ों के अनुसार, इस बार गन्ने की बुवाई का क्षेत्र पिछले साल और सामान्य स्तर से अधिक है। आंकड़ों के मुताबिक, इस बार 57.68 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ने की बुवाई की गई है। जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 57.11 लाख हेक्टेयर था और 2018-19 से 2022-23 के बीच औसत क्षेत्रफल 51.15 लाख हेक्टेयर था।