Covid Cases : इंदौर शहर में कोरोना वायरस के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं, लेकिन इसके बावजूद प्रशासनिक तैयारियों में कई खामियां नजर आ रही हैं। बीते गुरुवार को शहर में 5 नए संक्रमित मरीज मिले, जिससे बीते पांच दिनों में कुल मरीजों की संख्या 18 हो गई है। अब तक कुल 38 मरीज मिल चुके हैं, जिनमें से 20 अभी भी सक्रिय हैं।
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अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट
इंदौर के अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट तो मौजूद हैं, लेकिन वर्ष 2023 के बाद से इनकी मॉक ड्रिल नहीं की गई है। यह एक गंभीर लापरवाही है क्योंकि महामारी की स्थिति में ऑक्सीजन की आपूर्ति जीवनरक्षक साबित होती है। शहर में तीन लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट हैं, जिनमें से एक की क्षमता 5 लाख लीटर और बाकी दो की क्षमता 2-2 लाख लीटर है।
कोरोना टेस्टिंग का समय सीमित
सरकारी स्तर पर कोरोना जांच की सुविधा फिलहाल सिर्फ एमआरटीबी अस्पताल में उपलब्ध है, वह भी दोपहर 2 बजे तक। इसके बाद न तो कोई स्टाफ मौजूद रहता है और न ही टेस्टिंग की सुविधा। मरीजों को मजबूरन निजी लैब की ओर रुख करना पड़ रहा है। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज में अब तक जीनोम सीक्वेंसिंग मशीन भी शुरू नहीं की गई है। इसके चलते सैंपल भोपाल भेजे जा रहे हैं।
विदेश से लौटे लोगों से फैला संक्रमण
गुरुवार को मिले मरीजों में से 47 वर्षीय महिला एक दोस्त से मिली थी जो हाल ही में सिंगापुर से लौटी थी। वहीं, 13 साल की एक बच्ची एक ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आई थी जो बद्रीनाथ यात्रा से लौटा था। इसके अलावा पुणे से लौटी एक 34 वर्षीय महिला, एक 62 वर्षीय बुजुर्ग और 30 वर्षीय युवक भी संक्रमित पाए गए हैं। सभी को होम आइसोलेशन में रखा गया है।
लोग लापरवाह, बाजारों में भीड़ और बिना मास्क
शहर में जागरूकता की कमी स्पष्ट रूप से दिख रही है। बाजारों में भारी भीड़ देखी जा रही है, लेकिन लोगों ने मास्क पहनना छोड़ दिया है। विशेषज्ञों के अनुसार डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन सावधानी बेहद जरूरी है। अगर किसी को सर्दी-खांसी है, तो उसे दूसरों से दूरी बनानी चाहिए और सार्वजनिक स्थलों से बचना चाहिए।
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कोरोना के लिए 6 बेड का नया वार्ड तैयार
डॉ. अरविंद घनघोरिया, डीन, ने बताया कि कोरोना के लिए छह बिस्तरों वाला एक नया वार्ड तैयार कर लिया गया है और स्टाफ को भी प्रशिक्षण दिया जा चुका है। उन्होंने कहा कि शहर के पास ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है और सभी तैयारियां पूरी हैं।
सीएमएचओ डॉ. बीएस सैत्या का कहना है कि “कोरोना को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है। जांच की सुविधा सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध है और ऑक्सीजन प्लांट पूरी तरह चालू स्थिति में हैं।”