लोकसभा चुनाव के लिए बनांऐ जा रहे है केंद्र
प्रदेश में लोकसभा की कुल 29 सीट है । जिसमें प्रदेश राजधानी भोपाल के लिए हुजूर विधानसभा क्षेत्र में 29 सहायक मतदान केंद्र बनाए । जबकि इंदौर में पांच विधानसभा क्षेत्र में 50 केंद्र बनाए गए। इसके अलावा राऊ विधानसभा क्षेत्र में 53 सहायक मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
डेढ़ हजार से अधिक मतदाता के हैं मतदान केंद्र
आपको बता दे कि ये मतदान केंद्र उन 60 विधानसभा क्षेत्रों में लिए हैं। जहां डेढ़ हजार से अधिक मतदाता हैं। जिसमें सर्वाधिक राऊ विधानसभा क्षेत्र मे है। जहां पर 53 सहायक मतदान केंद्र है।
1500 से अधिक मतदाताओं के लिये बने सहायक मतदान केंद्र
वही इसके बारे में जानकारी देते हुए प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने कहा है कि जिन मतदान केंद्रों में मतदाताओं की संख्या 1500 से अधिक है। उनके लिए सहायक मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। जिनमें जौरा, भितरवार, चंदेरी, खुरई, सागर, राजनगर, धौहनी, मुडवारा, जबलपुर केंट, सिहोरा, सिवनी, सौंसर, विदिशा, बासौदा, शमशाबाद, इछावर, सीहोर, ब्यावरा, शाजापुर, भगवानपुरा, इंदौर-3, रतलाम सिटी, जावरा और सुवासरा में एक-एक सहायक मतदान केंद्र हैं। इसके अलावा ग्वालियर पूर्व, छतरपुर, सिंगरौली, गाडरवारा, देवास, खरगोन, सेंधवा, झाबुआ और नागदा-खाचरौद में दो-दो, ग्वालियर ग्रामीण, राघोगढ़, भोपाल दक्षिण-पश्चिम, मंदसौर में तीन-तीन, गुना, छिंदवाड़ा, भोपाल मध्य, बड़वाह व इंदौर-4 में चार-चार, ग्वालियर, ग्वालियर दक्षिण, डबरा एवं बैरसिया में पांच-पांच, जबलपुर पूर्व में सात, नरेला व देपालपुर में आठ-आठ, उज्जैन दक्षिण व उज्जैन उत्तर में नौ-नौ, इंदौर-1 और 2 18- 18, सांवेर में 19, डा. आंबेडकर नगर (महू) में 20, हुजूर में 29, इंदौर पांच में 50 और विधानसभा क्षेत्र राऊ में 53 सहायक मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं।
लू से भी बचाव का भी होगा प्रबंध
इसके अलावा प्रदेश में तेज गरमी से बचाव के लिए भी कुछ प्रबंध होगाहोगा। जिस के बारे में जानकारी देते हुए , मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी कलेक्टर सहित जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। कि सभी मतदान केंद्रों में तेज गर्मी (लू) से बचाव के लिए कुछ प्रबंध करें। उनको धूप से बचाने के लिए शेड लगाएं। मतदाताओं के लिए शुद्ध पेयजल और बैठने के लिए पर्याप्त कुर्सियों व बेंच की व्यवस्था भी की जाए।प्रत्येक इस गरमी में उपयोगी सभी आवश्यक दवाइयां उपलब्ध कराई जाएं। मतदान दलों के पास ओआरएस पैकेट और तेज गर्मी से बचाव के लिए ''क्या करें, क्या नहीं करें'' का पर्चा भी होना चाहिए। साथ ही सेक्टर आफिसर के वाहन में सभी जरूरी दवाइयों के साथ-साथ समुचित संख्या में पैरा-मेडिकल स्टाफ भी तैनात रहे।