मध्य प्रदेश में मौसम ने शनिवार को अचानक करवट ले ली। कई जिलों में तेज आंधी के साथ भारी बारिश हुई। राजधानी भोपाल समेत कई इलाकों में धूलभरी आंधी चली, जिससे कुछ देर के लिए अंधेरा सा छा गया। हवा की रफ्तार 50 किमी प्रति घंटा तक पहुंच गई। कई जगह पेड़ उखड़ गए, ओले भी गिरे और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
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33 जिलों में येलो अलर्ट, कई जगह भारी नुकसान
मौसम विभाग ने 33 जिलों के लिए तेज बारिश और आंधी का येलो अलर्ट जारी किया है। मलाजखंड, सिवनी, गुना, छिंदवाड़ा जैसे इलाकों में जोरदार बारिश हुई। बिजली गिरने और तेज हवा से तीन लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक 12 साल की बच्ची भी शामिल है। चार लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
छतरपुर के बड़वाहा गांव में तेज हवा के चलते बीएसएनएल का टावर गिर गया। हालांकि तापमान में थोड़ी गिरावट आई है, लेकिन रतलाम में सबसे ज्यादा गर्मी रही – 43.4 डिग्री सेल्सियस।
अगले 24 घंटे में और कहर की आशंका
अनूपपुर, शहडोल, उमरिया और डिंडोरी जिलों में ओलावृष्टि और बिजली गिरने के साथ ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर समेत 40 जगहों पर तेज हवाएं चलने की चेतावनी है।
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कहां-कहां मचा कहर?
- शहडोल: ईंट भट्टे पर काम कर रहीं चंदा बाईगा की 12 साल की बेटी रजनीदिनी पर बिजली गिरने से मौत हो गई। मां और छोटी बेटी बुरी तरह झुलस गईं।
- छतरपुर: 40 किमी की रफ्तार से हवा चली, टावर गिरा, तीन लोग पेड़ गिरने से दबे, दो की मौत।
- जबलपुर-कटनी-छिंदवाड़ा: कई जगह ओले गिरे, पानी भर गया, पेड़ उखड़ गए, ट्रैफिक भी जाम हुआ।
मौसम विभाग का कहना है कि अगले 5-6 दिन तक इसी तरह का मौसम बने रहने की संभावना है।