Onion Price: सावन महीने में आमतौर पर प्याज और लहसुन की खपत कम हो जाती है। बाजार में कम मांग के चलते कीमत पर भी असर पड़ता है। इस साल सावन का महीना जुलाई महीने से शुरू हुआ था। अब सावन का एक पखवाड़ा बीत चुका है। ऐसे में प्याज की मांग धीरे-धीरे बढ़ने लगी है।
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यहां पर मांग बढ़ने के साथ ही बाजार में आवक भी बढ़ी है। बाजार में प्याज की आवक बढ़ने के बावजूद प्याज के दाम बढ़ने लगे हैं। पिछले एक हफ्ते में प्याज के दामों में तेजी देखने को मिली है। आने वाले हफ्ते और अगस्त-सितंबर महीने में प्याज के दामों में तेजी आएगी या गिरावट, आइये पूरी रिपोर्ट देखते हैं..
प्याज की मांग बढ़ने से बढ़े दाम प्याज के दाम बढ़ने की वजह प्याज के उत्पादन में कमी है। पिछले दो-तीन सालों में प्याज उत्पादक किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कम प्याज कीमतों और प्रतिकूल मौसम के कारण प्याज का रकबा कम हो गया। इस साल प्याज की फसल में सड़न की समस्या है। जिससे प्याज खराब हो रहा है।
सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक रबी उत्पादन में प्याज में करीब 20 फीसदी की गिरावट आई है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्याज की कीमतों में स्थिरता बनाए रखने के लिए सरकार बफर स्टॉक से प्याज रोकने या जारी करने का विकल्प अपनाएगी।
सरकार के पास बफर स्टॉक में प्याज सरकार ने इस साल अब तक सुरक्षित भंडारण (बफर स्टॉक) के लिए लगभग 71 हजार टन प्याज की खरीद की है। यह मूल्य स्थिरीकरण के लिए पांच लाख टन खरीदने के कुल लक्ष्य में शामिल है।
उपभोक्ता मामलों के विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सरकार ने इस साल 70,987 टन प्याज की खरीद की है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 74,071 टन प्याज की खरीद की गई थी। सूत्रों का कहना है कि इस साल मूल्य स्थिरीकरण बफर के लिए प्याज खरीद की रफ्तार पिछले साल के बराबर है।
प्याज के मौजूदा दाम
प्याज की कीमत; इंदौर की आलू-प्याज मंडी में बढ़ती मांग के चलते लहसुन और प्याज के दामों में तेजी देखने को मिल रही है। दरअसल यूपी-बिहार में सावन के दो सोमवार के बाद अब डिमांड आने लगी है। पिछले दो दिनों में दामों में 1000 रुपये प्रति क्विंटल तक की मजबूती आई। सुपर प्याज का लॉट 3050 रुपये प्रति क्विंटल तक बिका। प्याज की आवक 40 हजार, लहसुन 5 हजार और आलू 4 हजार बोरी रही।
गुणवत्ता के अनुसार प्याज का भाव प्याज स्थानीय 2600 से 2700 रुपये औसत 2000 से 2100 रुपये गोलता 2600 से 2750 रुपये प्याज का भाव गोलती 1500 से 1600 रुपये प्रति क्विंटल। लहसुन का भाव लहसुन सुपर बोल्ड 18000 से 19000 रुपये औसत 14000 से 15000 रुपये फाइन 10000 से 12000 रुपये प्रति क्विंटल। अगस्त-सितंबर में प्याज का भाव क्या रहेगा
प्याज का भाव पिछले दो दिनों में प्याज के दाम में लगभग 500 से 700 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी हुई है। व्यापारिक सूत्रों के मुताबिक प्याज के दामों में यह तेजी सितंबर के आखिरी हफ्ते तक जारी रहने की संभावना है। इस दौरान कुछ समय के लिए प्याज के दामों में गिरावट आ सकती है।
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प्याज व्यापारियों का कहना है कि सितंबर की शुरुआत में प्याज के दामों में थोड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है। हालांकि प्याज के दामों में ज्यादा बढ़ोतरी की संभावना कम ही है, लेकिन आने वाले 2 महीने में प्याज के दाम 3300 से 3500 रुपये प्रति क्विंटल के बीच रहने की संभावना जताई जा रही है।
ऐसे भी संभावनाएं हैं कि सरकार प्याज के दाम को नियंत्रित करने के लिए बफर स्टॉक से प्याज जारी करेगी। अगर सरकार ने बफर स्टॉक से प्याज बाजार में बेचा तो प्याज के दाम में कमी आएगी।