गुड्डू कावले पांढुर्णा: छिंदवाड़ा जिले में दो अलग अलग घटना ने पुलिस प्रशासन की कानून वेवस्था पर प्रशन चिन्ह खड़ा किया हैं कि छिंदवाड़ा के पत्रकारों पर प्राण घातक हमला हत्या जैसी घटाए बड रही है और प्रशासन मौन है।मीडिया संगठन और अन्य पत्रकार संस्थाओं ने इस घटना का विरोध जताया है घटनाओं की उचित जांच की मांग की है साथ ही पत्रकारों की सुरक्षा का कानून प्रदेश और देश में लागू करने जिला कलेक्ट्रेट छिंदवाड़ा पहुंचकर प्रेस फोटोग्राफर राजकुमार उर्फ लाली सोनी की संदिग्ध परिस्थितियों में मिला शव एक अनसुनी पहली बनी है। कोई भी व्यक्ति बैठकर फांसी नहीं लगता है। फांसी लगने के दौरान मृतक के पैर पर पत्थर का रखा सामान्य घटना नहीं हो सकती है।
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जरूर इस घटना के पिछे पत्रकार की हत्या जैसे वरदाद होना मालूम होता है। साथ ही छिंदवाड़ा के एक और पत्रकार साथी श्री डोंगरे को जबलपुर में बंदूक से गोली मारी गई है। जो जबलपुर की अस्पताल में जिंदगी की लड़ाई लड़ रहा है।
पुलिस प्रशासन ऐसी घटनाओं की सघन जांच कर पत्रकार साथीयो के परिवार को भी सुरक्षा प्रदान करे। लोकतंत्र का चौथा स्तंभ पर बड़ा हमला है। ज्ञापन सौंपने मीडिया जगत के प्रदेश अध्यक्ष गया प्रसाद सोनी और जबलपुर संभाग के अध्यक्ष राम कुमार ठाकरे के अलावा जिले के सैकड़ों पत्रकार उपस्थिति थे।