अगर दिमाग को बनाना है कंप्यूटर जैसा, तो अपनाएं ये मंत्र हमारा मस्तिष्क जीवन के हर निर्णय को लेने में अहम भूमिका निभाता है। जब दिमाग तेज़ और सक्रिय होता है, तो हम किसी भी चुनौती को आसानी से पार कर लेते हैं। लेकिन जब दिमाग सुस्त हो जाता है, तब हम कई बार सही निर्णय नहीं ले पाते। इसलिए मस्तिष्क को तेज़ और शक्तिशाली बनाए रखना ज़रूरी है। धार्मिक ग्रंथों में कई ऐसे मंत्र बताए गए हैं, जिनका नियमित रूप से जाप करने से मानसिक क्षमता में वृद्धि होती है और स्मरण शक्ति तेज होती है।
हनुमान जी और शिव जी के मंत्रों से बढ़ाएं मानसिक शक्ति
हनुमान जी को बल, बुद्धि और ज्ञान के देवता माना जाता है। उनका मंत्र है – “वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये”। इस मंत्र का नियमित जाप करने से न केवल दिमाग तेज होता है बल्कि शरीर भी मजबूत बनता है। वहीं, शिव जी का मंत्र “ॐ” ध्यान और मानसिक शांति को बढ़ाता है। इसका जाप करने से एकाग्रता और आत्मबल में वृद्धि होती है। अगर दिमाग को बनाना है कंप्यूटर जैसा, तो अपनाएं ये मंत्र
गायत्री मंत्र और गुरु मंत्र से मिलेगी समझ और दिशा
गायत्री मंत्र – “ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यम् भर्गो देवस्य धीमहि। धियो यो नः प्रचोदयात्॥” – बुद्धि, ज्ञान और एकाग्रता बढ़ाने में सहायक है। वहीं, गुरु मंत्र – “गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु गुरु देवो महेश्वरः। गुरु साक्षात परब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः॥” – जीवन में सही मार्गदर्शन और सफलता दिलाने वाला मंत्र है। इन मंत्रों के नियमित जाप से मानसिक संतुलन, सकारात्मकता और आत्मविश्वास में अद्भुत सुधार आता है।